Bihar News: जलजमाव से नाराज लोगों ने Dy CM सुशील मोदी का घर घेरा, जमकर हंगामा
पटना में जलजमाव के बाद अब उससे उत्पन्न परेशानियों से जूझ रहे लोगों ने रविवार को हंगामा किया। बड़ी संख्या में लोग उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के घर पर भी प्रदर्शन करने पहुंचे।
पटना [जेएनएन]। भारी बारिश के बाद हुए जलजमाव से पटना को राहत तो मिल गई है, लेकिन उससे उत्पन्न परेशानियां यथावत हैं। शहर के कुछ इलाकों में तो अभी तक पानी जमा है। जहां पानी निकल गया है और वहां गंदगी अंबार है। इससे आक्रोशित लोगों ने रविवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुुमार मोदी के राजेंद्र नगर स्थित निजी आवास पर पहुंचकर हंगामा किया। पटना नगर निगम के बांकीपुर कार्यालय का भी लोगों ने घेराव किया। उधर, पटना के सगुना मोड़ और खगौल रोड पर भी लोगों ने प्रदर्शन किया। जलजमाव से हो रही परेशानी को स्थानीय लोग काफी आक्रोशित थे। उधर लोगों ने कहा कि छठ के बाद कैंडिल मार्च निकाला जाएगा।
विधायकों-सांसदों के खिलाफ नारेबाजी
दस दिनों से जलजमाव से परेशान राजेंद्रनगर के लोगों ने रविवार को मोहल्ले में ही रहने वाले उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के घर का घेराव किया। लोग उपमुख्यमंत्री पर मुसीबत के समय अकेले छोड़ चले जाने का आरोप लगा रहे थे। कहा गया कि राज्य सरकार जलजमाव से हुए नुकसान की भरपाई करे। मुआवजा दे और दोषी अफसरों पर भी कार्रवाई करे। ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न हो। आक्रोशित लोगों ने पटना साहिब सांसद एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, बांकीपुर विधायक नितिन नवीन और कुम्हरार विधायक अरुण सिन्हा के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।
घेराव में बड़ी संख्या में महिलाएं व बुजुर्ग शामिल
पटना जलनिकासी आपदा पीडि़त मंच के बैनर तले 250 से 300 की संख्या में लोग सुबह 9.30 से 10 बजे के बीच राजेंद्र नगर रोड नंबर 11 स्थित पार्क के पास जमा होने लगे थे। इसमें युवाओं के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं व बुजुर्ग भी शामिल थे। वहां से 11 बजे हुजूम राजेंद्र नगर रोड नंबर 8बी के मकान संख्या 72 स्थित उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास पर पहुंचा। हाथों में तख्ती लिए आक्रोशित लोग घर के अंदर जाना चाह रहे थे, लेकिन गार्ड ने अंदर जाने से रोक दिया। कुछ लोग गेट खोलकर परिसर के अंदर चले गए। उस समय मोदी आवास पर नहीं थे।
जानकारी मिलते ही अधिकारी व पुलिस बल पहुंचे
सुशील मोदी के घर पर मौजूद कर्मचारियों ने मोहल्लेवासियों को समझाने की कोशिश की, मगर वे कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। इस बीच एसडीएम सदर, डीएसपी टाउन के साथ कदमकुआं, गांधी मैदान, पीरबहोर और बहादुरपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। सैप जवान भी पहुंचे। प्रदर्शनकारी डीएम और प्रमंडलीय आयुक्त को बुलाने की मांग कर रहे थे। 45 मिनट तक यहां लोग मुआवजा और दोषियों को सजा की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे।
राजेंद्रनगर पुल को भी किया जाम
उप मुख्यमंत्री के आवास से निकलने के बाद भीड़ राजेंद्र नगर पुल के पास गोलंबर पर पहुंची। यहां 15 मिनट तक पुल पर यातायात को बाधित किया गया। बांकीपुर अंचल कार्यालय में भी राहत कार्यों में लापरवाही को लेकर हंगामा किया। इस दौरान कार्यालय में कोई नहीं था। घेराव में शामिल रोड नंबर दस निवासी विपुल ने कहा कि चूना में नाममात्र ब्लीचिंग पाउडर मिलाकर छींटा जा रहा है। रोड नंबर 8बी निवासी धीरज सोनी ने कहा कि पटना में जलजमाव आपदा नहीं, पूर्ण नियोजित थी। यह सब केंद्र से राशि हड़पने के लिए की गई। नुकसान की भरपाई होनी चाहिए। शामिल रोड नंबर आठ निवासी शुभंकर बनर्जी ने कहा कि सरकार और अफसरों से ज्यादा बाहरी नेताओं और स्वयंसेवी संगठनों ने मदद की। रोड नंबर छह की आरती कुमारी ने कहा कि सांसद, विधायक और वार्ड पार्षद भी दोषी हैं।
छठ के बाद कैंडिल मार्च
विपुल कुमार ने बताया कि जब तक दोषी अफसरों पर कार्रवाई नहीं हो जाती और मुआवजा नहीं मिलता, प्रदर्शन जारी रहेगा। छठ के बाद वे लोग राजेंद्र नगर से लेकर गांधी मैदान कारिगल चौक तक कैंडिल मार्च निकालेंगे। फिलहाल 17 नवंबर की तारीख तय की गई है।