पटना को अब कई स्रोतों से मिलेगी बिजली, 400KV क्षमता की चार ग्रिडों का हो रहा निर्माण
पटना जिले में 400केवी के गौरीचक में एक ग्रिड है तथा तीन स्थानों पर निर्माण चल रहा है। 400केवी क्षमता का वाले ग्रिड की संख्या बढ़कर चार हो जाएंगी। पटना को अब कई स्रोतों से बिजली मिलेगी। -
जागरण संवाददाता, पटना : पटना में ग्रिडों का जाल बिछ रहा है। वर्ष 2007 से पहले छह ग्रिड थे, जबकि 2022 में संख्या बढ़कर 23 हो जाएगी। पहले वाले ग्रिडों की क्षमता दो गुना से अधिक बढ़ा दी गई है। पटना जिले में 400केवी के गौरीचक में एक ग्रिड है तथा तीन स्थानों पर निर्माण चल रहा है। 400केवी क्षमता का वाले ग्रिड की संख्या बढ़कर चार हो जाएंगी। 220केवी का तीन नए ग्रिड के साथ संख्या बढ़कर सात तथा 132केवी क्षमता वाले दो नए ग्रिड के निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद संख्या बढ़कर 12 पर पहुंच जाएंगी। पटना को अब कई स्रोतों से बिजली मिलेंगी। नौबतपुर, जक्कनपुर (नदवा से पूर्व पथरहट गांव के पास), बाढ़ (बेढ़ना) में 400केवी के उच्च क्षमता के तीन ग्रिडों का निर्माण हो रहा है। पूर्व से गौरीचक में उच्च क्षमता का ग्रिड है। 400केवी के सभी ग्रिड सीधे बिजली उत्पादन केंद्रों से जुड़े रहते हैं। इन ग्रिडों के निर्माण के बाद पटना की बिजली उपलब्धता बढ़ जाएगी।
- -लगातार ग्रिडों के निर्माण होने से पटना में बढ़ रही बिजली की उपलब्धता
- -220केवी के तीन नए ग्रिड के साथ संख्या बढ़कर सात
- -132केवी क्षमता वाले दो नए ग्रिड के निर्माण से संख्या बढ़कर 12
एम्स के पास 220/33केवी क्षमता का बन रहा ग्रिड
पटना में 220/132/33केवी क्षमता का दीघा और हाथीदह तथा एम्स के पास 220/33केवी क्षमता का ग्रिड बन रहा है। एम्स के पास बनने वाला ग्रिड सीधे 220केवी से 33केवी में कंवर्ट करेगा। पहले से खगौल, न्यू बिहटा, फतुहा और गौरीचक में ग्रिड है। 132/33केवी का ग्रिड पहले से हाथीदह ओल्ड, बाढ़, फतुहा, मसौढ़ी, गायघाट, मोकामा, जक्कनपुर, दीघा, मीठापुर, करबिगहिया, कटरा, बिहटा ओल्ड में है। विद्युत बोर्ड कालोनी और पालीगंज में 132/33केवी का नये ग्रिड का निर्माण हो रहा है। पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान के महाप्रबंधक दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि ग्रिडों के निर्माण का सीधा लाभ पटना को मिलेगा। पटना तेजी से विस्तार कर रहा है। इस कारण बिजली की मांग बढ़ रही है। नए ग्रिडों के निर्माण से बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हो गई है।