पीयू के छात्र यूरोप में कर सकेंगे इंटर्नशिप व शॉर्ट कोर्स
पटना विश्वविद्यालय (पीयू) के छात्र अगले साल से यूरोप के विभिन्न विश्वविद्यालयों व संस्थानों में इंटर्नशिप कर सकेंगे।
पटना । पटना विश्वविद्यालय (पीयू) के छात्र अगले साल से यूरोप के विभिन्न विश्वविद्यालयों व संस्थानों में इंटर्नशिप और शॉर्ट कोर्स कर सकेंगे। वहीं, यूरोप के छात्र पीयू में शॉर्ट कोर्स व विभिन्न संस्थानों में इंटर्नशिप के लिए आएंगे। यह पहल इंडो-यूरोपियन एजुकेशन फाउंडेशन (आइयूईएफ) ने की है। फाउंडेशन का पटना विश्वविद्यालय और चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू ) के साथ इन मसलों पर एमओयू हो चुका है।
पीयू और आइयूईएफ के कोऑडिनेटर प्रो. मोहम्मद शरीफ ने बताया कि पटना विश्वविद्यालय में फाउंडेशन का कार्यालय जल्द ही खुलेगा। इसके बाद फाउंडेशन की एक्सपर्ट टीम शॉर्ट कोर्स तैयार करेगी। पीयू कुलपति प्रो. रास बिहारी प्रसाद सिंह ने कार्यालय के लिए स्थान जल्द उपलब्ध कराने पर सहमति दी है। आइयूईएफ के माध्यम से पीयू के छात्र पोलैंड की किसी भी कंपनी में इंटर्नशिप कर सकते हैं। यदि कंपनी की भारत में शाखा होगी तो इन छात्रों को नौकरी में प्राथमिकता दी जाएगी।
: छात्रों का एक रुपया भी नहीं होगा खर्च :
आइयूईएफ के चेयरमैन प्रो. प्रदीप कुमार ने बताया कि यूरोप के विभिन्न विश्वविद्यालयों में एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पढ़ाई के लिए यूरोपियन यूनियन राशि उपलब्ध कराती है। भारत के बच्चों को भी इसका लाभ मिलता है। तीन माह के कोर्स के लिए बच्चों को हवाई यात्रा व बीमा की राशि के साथ-साथ एक हजार यूरो भत्ता भी मिलता है। भारत में फिलहाल पुणे विश्वविद्यालय के छात्र इसका लाभ उठा रहे हैं। फैकल्टी भी एक्सचेंज प्रोग्राम का लाभ उठा सकती है। एक माह के लिए उन्हें फंड उपलब्ध कराया जाएगा। 2012 में चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के छात्र भी इसका लाभ उठा चुके हैं। : कॉमन पेपर चिह्नित होने पर कहीं भी कर सकेंगे पढ़ाई :
प्रो. प्रदीप ने बताया कि लॉ, मैनेजमेंट, कंप्यूटर साइंस सहित कई कोर्स हैं जिनके कई पेपर कॉमन हैं। विधि में इंटरनेशनल लॉ, ह्ययूमन राइट आदि के पेपर समान हैं। इनकी पढ़ाई पीयू के छात्र यूरोप के विश्वविद्यालय में भी कर सकते हैं। यूजीसी गाइडलाइन के अनुसार क्रेडिट का ट्रांसफर हो सकेगा। पीयू में पटना चैप्टर का कार्यालय खुलने के बाद यूजीसी से अनुमति लेकर पेपर चिह्नित किए जाएंगे। पोलिश भाषा की पटना में होगी पढ़ाई :
पीयू में कार्यालय प्रारंभ होने के बाद पोलैंड दूतावास के सहयोग से पोलिश भाषा की पढ़ाई पटना में होगी। छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स में कोई भी नामांकन ले सकेगा। प्रो. प्रदीप ने बताया कि पोलैंड के विश्वविद्यालयों में नामांकन के लिए इच्छुक विद्यार्थियों को आइयूईएफ सहयोग करेगा। इंजीनियरिग और मेडिकल के क्षेत्र में वहां काफी संभावनाएं हैं। यूरोप के विश्वविद्यालयों को काफी उम्मीद :
दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी सदस्य प्रो. पीके शर्मा के अनुसार यूरोप के विश्वविद्यालयों में काफी सीटें हर साल रिक्त रहती हैं। यूरोपीय यूनियन से बड़े स्तर पर विवि को अनुदान दिया जाता है। रिक्त सीटों का लाभ भारतीय छात्र उठा सकते हैं। विशेषकर तकनीकी कोर्स भारतीय छात्रों के लिए लाभप्रद होगा।
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इंडो-यूरोपियन एजुकेशन फाउंडेशन का कार्यालय जल्द ही पटना विश्वविद्यालय में होगा। इसके माध्यम से पीयू के छात्र यूरोप के विभिन्न विश्वविद्यालयों में उपलब्ध संसाधन का उपयोग कर सकेंगे। आइयूईएफ से 100 से अधिक विश्वविद्यालय जुड़कर छात्र व फैकल्टी को लाभ पहुंचा रहे हैं।
- प्रो. मोहम्मद शरीफ, प्राचार्य, पटना लॉ कॉलेज
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