पटना में लगातार हो रहे क्राइम को ले थानेदारों पर गिरी गाज, SSP ने 22 का वेतन रोका Patna News
शहर में हो रही अपराध की घटनाओं की जांच में शिथिलता बरतने पर पुलिस वालों पर गाज गिरी है। एसएसपी गरिमा मलिक ने 22 थानेदारों का वेतन रोक दिया है।
पटना, जेएनएन। एसएसपी गरिमा मलिक ने शनिवार को साढ़े पांच घंटे की क्राइम मीटिंग के दौरान विधि-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में शिथिलता बरतने वाले थानाध्यक्षों की जमकर फटकार लगाई। कांडों की जांच में देरी करने वाले 22 थानेदारों का वेतन रोक दिया। वहीं बेहतर कार्य प्रदर्शन करने वाले आठ थानाध्यक्षों को पुरस्कृत करने की अनुशंसा की।
क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने थानाध्यक्षों से लंबित मामलों की जानकारी ली। थानाध्यक्षों को चार्जशीट समर्पण के बाद कोर्ट से मिलने वाली पावती के साथ बुलाया गया था, ताकि वे वाहवाही लूटने के लिए फर्जी सूची नहीं दे सकें। इसके अलावा उनसे गश्ती के बारे में जानकारी ली गई। अपराध नियंत्रण के लिए उनके द्वारा क्या किया गया है, यह भी पूछा गया।
इस दौरान शाहपुर, खगौल, पत्रकार नगर, रामकृष्ण नगर, परसा बाजार, मसौढ़ी, कदमकुआं, गर्दनीबाग, बेउर, फुलवारीशरीफ, दीघा, खाजेकलां, आलमगंज, फतुहा, सुल्तानगंज, बहादुरपुर सहित अन्य थानों के थानाध्यक्षों का वेतन रोक दिया गया। वहीं, गोपालपुर, बख्तियारपुर, गौरीचक, भदौर, धनरुआ, पिपरा, पुनपुन, चौक, शाहजहांपुर और पीरबहोर थाने के थानेदारों को पुरस्कृत करने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक को अनुशंसा भेजी गई।