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Rama Navami Holiday in Bihar: नौ वर्ष बाद बन रहा पंचग्रहीय शुभ संयोग, बिहार में कल मनेगा भगवान श्रीराम जन्‍मोत्‍सव

Rama Navami Holiday in Bihar इस साल रामनवमी 21 अप्रैल को मनाया जा रहा है। रामनवमी के दिन नौ वर्ष बाद ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बन रहा है। इस खबर में जानिए रामनवमी की छुट्टी व इसके शुभ मुहूर्त के साथ और भी बहुत कुछ।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 06:51 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 06:51 AM (IST)
Rama Navami Holiday in Bihar: नौ वर्ष बाद बन रहा पंचग्रहीय शुभ संयोग, बिहार में कल मनेगा भगवान श्रीराम जन्‍मोत्‍सव
पटना में कल मनाई जाएगी रामनवमी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Rama Navami Holiday in Bihar चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन रामनवमी बुधवार को मनाई जा रही है। कोरोनावायरस के संक्रमण काल में कोई सार्वजनिक आयोजन तो नहीं हो रहा है, लेकिन बिहार में इस पर्व के दिन सार्वजनिक अवकाश जरूर है। इस दिन ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बन रहा है। नौ वर्षों के बाद पांच ग्रहों का शुभ संयोग होने से रामनवमी की महत्ता और बढ़ गई है। ज्योतिष आचार्य पीके युग की मानें तो कुछ ऐसा ही संयोग वर्ष 2013 में बना था। धार्मिक आख्यानों के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म कर्क लग्न और अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12 बजे हुआ था। इस बार के रामनवमी की पूजा में अश्लेषा नक्षत्र, लग्न में स्वग्रही चंदमा, सप्तम भाव में स्वग्रही शनि, दशम भाव में सूर्य, बुध, शुक्र है। ग्रहों की युति इस दिन पर्व को मंगलकारी बनाएगी। इस दिन की गई पूजा अर्चना के साथ सामानों की खरीदारी भी समृद्धिदायक और शुभता लाने वाली है।

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सार्वजनिक अवकाश, पर नहीं होगा कोई आयोजन

रामनवमी के अवसर पर बिहार में सार्वजनिक अवकाश है। इस दिन सरकारी व अधिकांश निजी कार्यालय बंद रहेंगे। शिक्षण संस्‍थान तो कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण पहले से ही बंद पड़े हैं। बिहार में रामनवमी धूमधाम से मनाया जाता रहा है। हालांकि, इस साल कोरोना संकट के कारण कोई सार्वजनिक आयोजन नहीं होगा।

रवियोग में भगवान श्रीराम की होगी पूजा-अर्चना

पंडित राकेश झा ने बताया कि रामनवमी के दिन रवियोग में भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना होगी। रामनवमी के दिन श्रीराम रक्षा स्त्रोत, रामायण का पाठ करना मंगलकारी होगा। पंडित राकेश झा बताते हैं, दक्षिण के लोग इस पर्व को कल्याणोत्सव यानी प्रभु श्रीराम की शादी समारोह के रूप में मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इससे पति-पत्नी के बीच प्रेम प्रगाढ़ होता है। नवमी तिथि 20 अप्रैल की रात 7:09 बजे से आरंभ होकर 21 अप्रैल की रात 7:06 बजे तक है। लेकिन उदया तिथि मान्य होने से रामनवमी 21 अप्रैल बुधवार को मनाया जाएगा।

अश्लेषा नक्षत्र होने से बढ़ जाती है दिन की शुभता

ज्योतिष आचार्य की मानें तो भगवान श्रीराम की जन्म राशि कर्क और लग्न भी कर्क है। लग्न में स्वग्रही चंद्रमा का होना सुख शांति प्रदान करने वाले होता है। इसके साथ ही अश्लेषा नक्षत्र होने से दिन की शुभता बढ़ जाती है।

पूजा के लिए शुभ मुहूर्त

  • 06:59 बजे प्रात: से 08:35 बजे तक अमृत योग
  • 03:01 बजे शाम से 04:38 बजे तक चर योग
  • 04:38 बजे संध्या से 06:14 बजे तक लाभ योग
  • 20 की रात्रि 07:09 बजे से नवमी तिथि आरंभ  
  • 21 अप्रैल की रात्रि 07:06 बजे नवमी तिथि समाप्त  

टीवी पर देख सकेंगे जन्मोत्सव

महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि भक्तों की सुविधा के लिए श्रीराम जन्मोत्सव का दृश्य जियो टीवी व महावीर मंदिर के फेसबुक पेज पर श्रद्धालु घर बैठे देख आनंद उठा सकते हैं। वहीं, रामनवमी के दिन श्रद्धालुओं के लिए नैवेद्यम काउंटर सुबह से लेकर शाम छह बजे तक खुला रहेगा। घर पर रहकर श्रीराम की पूजा अर्चना करेंगे : आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि यह दूसरी बार है जब रामनवमी पर मंदिर में भक्तों का आना मना होगा। ऐसे में भक्त घर पर रहकर श्रीराम की पूजा अर्चना करेंगे।


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