स्मार्ट पटना के लिए दौड़ा पटना, हॉफ मैराथन को फ्लाइंग सिख ने दिखाई हरी झंडी
पटना को स्मार्ट बनाने के लिए जागरूकता जरूरी है। इसके लिए आज सुबह आयोजित पटना हॉफ मैराथन को फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह ने हरी झंडी दिखाई।
पटना [जागरण टीम]। अर्ली मॉर्निंग हॉफ मैराथन में रविवार को पटना रन फॉर बिहार थीम पर दौड़ पड़ा। सुबह पांच बजे गांधी मैदान का एक हिस्सा प्रतिभागियों से पट गया था। सभी में जोश देखने लायक थी। पटना सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आए करीब चार हजार प्रतिभागियों ने 21.1 किमी, 10 किमी के लिए दौड़ लगाई तथा चार किमी तक रन फॉर दौड़ में शामिल हुए। 21.1 किमी की हाफ मैराथन में प्रथम स्थान महिला वर्ग में कोलकाता की प्रतिमा टुडू एक घंटा 27 मिनट 34 सेकेंड तो पुरूष वर्ग में जमशेदपुर के अर्जुन टुडू एक घंटा सात मिनट दो सेकेंड में पूरा कर 40-40 हजार रुपये का नकद पुरस्कार जीता।
पटना हाफ मैराथन में दूसरे स्थान पर महिला वर्ग से मधेपुरा की सुमन भारती ललिता एक घंटा 38 मिनट दो सेंकेंड तथा पुरूष वर्ग में बनारस के प्रमोद कुमार यादव एक घंटा सात मिनट 27 सेकेंड में पूरा किया। तीसरे स्थान पर महिला वर्ग में निकी राय रही। एक घंटा 38 मिनट 51 सेकेंड में दौड़ पुरी की। जबकि पुरूष वर्ग में एक घंटा आठ मिनट नौ सेकेंड में कुणाल कुमार ने पूरा की।
सुबह 6.10 बजे 21.1 किमी के लिए पटना हाफ मैराथन के लिए दौड़ शुरू हुई। इसमें पंचायतीराज विभाग के प्रधान सचिव अरविंद चौधरी, जीविका के निदेशक डी बाला मुरूग्म, मधुबनी डीएम शीर्षत कपिल अशोक, सीआइडी एसपी नवीन चंद्र झा भी दौड़ लगाए।
अधिकारियों में सबसे तेज डी बाला मुरूग्म ने दौड़ लगाते हुए 21.1 किमी की दूरी एक घंटा 58 मिनट में पूरा किया। जबकि मधुबनी डीएम दो घंटा 14 मिनट में पूरा किए।
ओलंपियन एथलीट फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह चार किमी के रन फॉर दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 21.1 किमी के दौड़ को संयुक्त रूप से यातायात एसपी पीके दास, सदर एसडीओ भावेष मिश्रा, एडीएम विधि व्यवस्था ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना की। जबकि 10 किमी दौड़ को प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
तीन प्रकार की दौड़ हुई। 21.1 किमी की हाफ मैराथन दौड़ में गांधी मैदान के गेट संख्या एक से बेलीरोड स्थित फ्लाइओवर पार करके यू टर्न लेकर वापस गांधी मैदान आने पर पूरा हुआ। जबकि 10 किमी का दौड़ गांधी मैदान से राजधानीवाटिका तथा रन फॉर दौड़ में गांधी मैदान से आयकर गोलंबर तक चार किमी लंबी दौड़ में भाग लेना पड़ा।
सभी प्रतिभागियों को मिला मेडल
पटना हाफ मैराथन दौड़ में निबंधन कराकर दौड़ लगाने वाले सभी प्रतिभागियों को मेडल दिया गया। दौड़ पुरा होते ही मेडल दिया गया। इसके लिए काउंटर बनाए गए थे।
राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुआ मैराथन
सुबह 9.15 बजे राष्ट्रीय गान के साथ पटना हाफ मैराथन समाप्त हो गया। इसके कुछ ही देर बाद गांधी मैदान भी खाली करा दिया गया। प्रशासन की तरफ से घोषणा की गई कि कुछ ही देर में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिश पटना पहुंचने वाले हैं। प्रशासन शीघ्र ही अन्य क्षेत्रों में अपना विशेष ध्यान देने जा रहा है।
बक्सर के शिवराज सिंह के नाम है रिकॉर्ड
बक्सर के शिवराज सिंह के नाम अब तक मैराथन में तेज गति से दौडऩे का रिकॉर्ड है। 1978 में फुल मैराथन में दो घंटे 12 मिनट में 42 किमी दूरी तय की थी। अब तक यह रिकॉर्ड नहीं टूटा है।
उम्र के हिसाब से 10 केटेगरी में हुई दौड़
उम्र के हिसाब से 10 केटेगरी में दौड़ को बांटा गया। महिलाएं भी इसमें शामिल रहीं। इसमें 10 लाख रुपये के पुरस्कार 126 प्रतिभागियों के बीच वितरित किए जा रहे हैं। पहला पुरस्कार 40 हजार, दूसरा 20 हजार तथा तीसरा पुरस्कार 15 हजार मिलेगा। इसके साथ अन्य श्रेणी में प्रथम 20 हजार, द्वितीय 10 हजार और तृतीय पांच हजार रुपये मिलेंगे।
जगह-जगह शराबबंदी-दहेजबंदी की झलक
मैराथन के दौरान जगह-जगह नुक्कड़ नाटक और मनोरंजन के साधन उपलब्ध रहे। शराबबंदी, दहेजप्रथा, बाल विवाह, नुक्कड़ नाटक, गीत एवं पोस्टर के माध्यम से सामाजिक सरोकार के प्रति लोगों को जागरूकता की झलक दिखी।