जालसाज बिल्डरों पर नकेल कसने में जुटी पटना की पुलिस, दो लोगों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
Patna Crime Patna Crime हर किसी का सपना होता है अपना घर। लेकिन जमीन और फ्लैट का ख्वाब दिखाकर जालसाजी करने वाले भी कम नहीं। पटना के कुछ थानों में इस तरह की शिकायतें भी पूर्व में दर्ज हैं जिसमें समय पूरा होने के बाद भी फ्लैट नहीं मिला।
पटना, जागरण संवाददाता। Patna Crime: हर किसी का सपना होता है अपना घर। लेकिन, जमीन और फ्लैट का ख्वाब दिखाकर जालसाजी करने वाले भी कम नहीं। पटना के कुछ थानों में इस तरह की शिकायतें भी पूर्व में दर्ज हैं, जिसमें रुपये तो ले लिये गए, लेकिन समय पूरा होने के बाद भी फ्लैट नहीं मिला। थानों में दर्ज मामलों में अब तक हुई कार्रवाई की समीक्षा भी हो चुकी है। अब उनकी कुंडली बनाकर पुलिस गिरफ्तारी में जुट गई है। पिछले दो सप्ताह में दो बड़े बिल्डरों को धोखाधड़ी के मामले में पुलिस जेल भेज चुकी है। पटना सेंट्रल रेंज के आइजी संजय सिंह ने बताया कि लगातार चर्चित और अन्य मामलों में पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा की जाती है। जालसाजी के मामलों की भी समीक्षा की गई है। धोखाधड़ी मामले में पूर्व में दर्ज मामलों कार्रवाई की जा रही है।
शास्त्रीगनर थाना क्षेत्र में दो साल पूर्व एक कंपनी के दो निदेशकों पर प्राथमिकी दर्ज हुई। दोनों मिलकर दो जज सहित तीन अन्य को शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में अधूरा अपार्टमेंट दिखाकर उसमें सस्ते दर पर फ्लैट दिलाने का वादा किया। जज सहित करीब पांच लोगों से दो करोड़ से अधिक रकम वसूलने वाले बिल्डर उन्हें 2014 में ही फ्लैट दिलाने का वादा किए। लेकिन, अपार्टमेंट तय समय से छह साल बाद भी पूरा नहीं हुआ। मामले में केस दर्ज हुआ। पुलिस कंपनी के दोनों निदेशक को गिरफ्तार कर जेल भेज दी। दोनों कुछ दिन बाद रकम वापस करने की शर्त पर जमानत पर बाहर, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जमानत रद होने के बाद पटना पुलिस दूसरी बाद बिल्डर को झारखंड से गिरफ्तार कर जेल भेज दी।
पाटलिपुत्र थाने में ऐसे ही एक बांका के एक कपड़ा कारोबारी ने फ्लैट दिलाने के नाम पर 32 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज कराया। जांच में आरोप सत्य पाया गया और आरोपित बिल्डर के खिलाफ वारंट के बाद इश्तेहार भी मिल गई। पुलिस तीन दिन पूर्व ही आरोपित बिल्डर को कोतवाली थाना क्षेत्र के बुद्ध स्मृति के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दी। इस तरह के पटना में कई अन्य मामले भी दर्ज हैं, जिसमें कई थाने की पुलिस वारंट दबाए बैठी है तो कुछ गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।