आखिर जागी पटना पुलिस, छात्रा को परेशान कर शहर छोड़ने पर मजबूर करने वाला शोहदा गिरफ्तार Patna News
पटना पुलिस ने बोरिंग रोड के एक गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाली छात्रा को शहर छोड़ने पर मजबूर करने वाले शोहदे को गिरफ्तार कर लिया है।
पटना, जेएनएन। आखिर दो महीने बाद पटना पुलिस की नींद टूट ही गई। बोरिंग रोड के एक गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाली छात्रा की व्यथा को ‘दैनिक जागरण’ ने प्रकाशित कर प्रमुखता दी तो खाकी ने भी मनचले पर शिकंजा कस दिया। रविवार की सुबह आरोपित रोहतास निवासी धनंजय तिवारी को पटना पुलिस ने राजधानी से गिरफ्तार कर लिया है। कई बार खबर छपने पर शनिवार को सिटी एसपी (मध्य) विनय तिवारी ने आरोपित को जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया था।
हाथ पकड़कर सरेआम लिया था खींच
बताते चलें कि गोपालगंज की रहने वाली छात्रा का 27 सितंबर को रोहतास निवासी धनंजय तिवारी ने एसके पुरी पार्क के पास हाथ पकड़ लिया था और उसे जबरन खींचने की कोशिश की थी। इससे पहले भी धनंजय ने कई बार छात्र को फोन और फेसबुक के माध्यम से परेशान किया। उसकी हरकतों के कारण छात्र भिखना पहाड़ी मोहल्ला छोड़कर बोरिंग रोड के गर्ल्स हॉस्टल में रहने लगी।
मोबाइल नंबर तक लिया था बदल
पीड़ित छात्रा ने मोबाइल नंबर तक बदल डाला था। पार्क के पास हुई घटना की जानकारी मिलने पर छात्र के पिता आए और एक अक्टूबर को एसके पुरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। लेकिन, पुलिस आरोपित को गिरफ्तार करने के बजाय दोनों पक्षों में समझौता कराने में जुटी रही। इस बीच आरोपित ने जमानत भी लेना चाहा, लेकिन पटना हाईकोर्ट उसकी याचिका को खारिज कर दिया। बावजूद इसके पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही थी। वह रोज छात्र को परेशान करता था, जिसके कारण उसने पढ़ाई व पटना शहर दोनों छोड़ दिया और घर लौट गई।
छात्र ने शहर छोड़ने से पहले बताया था डीजीपी को
छात्रा ने शहर छोड़ने से पहले डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को वाट्सएप पर मैसेज किया था। उसने बताया था कि कांड की जांचकर्ता व एसके पुरी थाने की दारोगा अनुप्रिया उसपर समझौता करने के लिए दबाव बना रही है। डीजीपी ने रिप्लाई करते हुए कहा था - कल फोन करो बेटा 12 बजे के आसपास। छात्रा ने फोन कर पीड़ा सुनाई थी, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
निराश होकर छोड़ना पड़ा शहर और पढ़ाई
छात्रा ने डीजीपी के कहने पर सिटी एसपी को भी मैसेज किया था। सिटी एसपी ने आरोपित को पकड़ने के बजाय उससे कहा कि तुम आरोपित को कॉल करके बुलाओ तो हमारी टीम उसे गिरफ्तार कर लेगी। पुलिस से निराशा मिलने के कारण छात्रा को शहर और पढ़ाई दोनों छोड़नी पड़ी।