बिहार: आसरा गृह कांड में पूर्व IAS की USA तक तलाश, मनीषा से फिर होगी पूछताछ
पटना के आसरा गृह कांड में आरोपित संचालिका मनीषा दयाल से फिर पूछताछ होगी। इस बीच उससे लिंक को ले एक पूर्व आइएएस को पुलिस खोज रही है तो एक पूर्व विधायक भी शक के घेरे में हैं।
पटना [जेएनएन]। राजधानी के आसरा गृह में दो संवासिनों की मौत के मामले में आरोपित मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार के साथ संबंधों पर शक के दायरे में आए समाज कल्याण विभाग के पूर्व निदेशक और आइएएस अधिकारी सुनील कुमार की तलाश पटना पुलिस ने तेज कर दी है। उनके अमेरिका भाग जाने की आशंका है। मनीषा व चिरंतन के मुजफ्फरपुर के एक पूर्व विधायक से भी लिंक की पड़ताल की जा रही है। इस बीच पुलिस मनीषा से नए सिरे से पूछताछ की तैयारी कर रही है।
विदित हो कि बीतें दिनों पटना के राजीव नगर स्थित आसरा शेल्टर होम की दो संवासिनों की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। आरोप है कि उनके इलारज में लापरवाही बरती गई और उन्हें पटना मंडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत के बाद ले जाया गया था। इस घटना ने जब तूल पकड़ा तो शेल्टर होम की संचालक मनीषा दयाल तथा उसके सहयोगी चिरंतन सहित अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई। मनीषा व चिरंतन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पूर्व आइएएस तक पहुंचते दिख रहे तार
इस कांड की जांच के तार कई हाई प्रोफाइल लोगों तक पहुंचते दिख रहे हैं। मनीषा व चिरंतन के साथ संबंधों पर शक के दायरे में आए लोगों में समाज कल्याण विभाग के पूर्व निदेशक और आइएएस अधिकारी सुनील कुमार भी हैं। पुलिस उनकी तलाश में है। उनके अमेरिका भाग जाने की आशंका है।
पूर्व आइएएस के पते का सत्यापन अभी नहीं हो सका है। उनके अपने बेटे के पास अमेरिका भाग जाने की चर्चा है। पटना पुलिस इसकी पुष्टि के लिए अमेरिकी दूतावास से संपर्क करने जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि उन्हें कितनी अवधि के लिए वीजा मिला है।
मुजफ्फरपुर के पूर्व विधायक भी शक के दायरे में
पड़ताल के क्रम में मुजफ्फरपुर के एक पूर्व विधायक भी मनीषा-चिरंतन के साथ संबंधों को लेकर घेरे में हैं। वे मनीषा दयाल के द्वारा संचालित सात में से कई संगठनों में सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं। पुलिस टीम साक्ष्य एकत्र करने के बाद उनसे पूछताछ कर सकती है।
मनीषा से फिर होगी पूछताछ
फिलहाल, पुलिस मनीषा दयाल से सवाल-जवाब करने की तैयारी कर रही है। वह अपने भाई की ग्रीन लीफ संस्था से भी जुड़ी थी। चिरंतन के साथ वह एवीएन करियर काउंसलिंग और जीयूएसएसआइ संस्था से भी जुड़कर काम कर रही थी। इन दोनों संस्थाओं के जरिए दूसरे राज्यों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में एडमिशन कराने और नौकरी के लिए विदेश भेजने के कारोबार का पुलिस को प्रमाण मिल चुका है।
चिरंतन के दो ठिकानों के बारे में मिली जानकारी
पुलिस टीम को चिरंतन के पटना स्थित दो ठिकानों के बारे में जानकारी मिली है। कृष्णा नगर पार्क गेट नंबर दो और कृष्णा अपार्टमेंट के पीछे उसके रहने का ठिकाना था। पुलिस टीम ने वहां भी दबिश दी थी। अब उसके पिता प्रेमनाथ दास, मां निमी दास और भाई सनातन से पूछताछ करने की तैयारी चल रही है, जिससे मालूम होगा कि एवीएन इंग्लिश स्कूल में उसकी कितनी भागीदारी थी। साथ ही चिरंतन के द्वारा अर्जित चल-अचल संपत्ति का पता लगाया जा रहा है।
बैंक खाते का मिलान करने में जुटी पुलिस
पुलिस की एक टीम मनीषा दयाल और चिरंतन के सभी निजी एवं व्यावसायिक बैंक खातों का मिलान करने में जुटी है। आसरा गृह के संचालन के लिए समाज कल्याण विभाग ने प्रथम किस्त में जो 16 लाख रुपये दिए थे, उन्हें कहां-कहां खर्च किया गया, उस खाते से किसके बैंक अकाउंट में चेक अथवा अन्य माध्यम से रुपये ट्रांसफर किए गए, इसकी भी जानकारी हासिल की जा रही है।
सूत्र बताते हैं कि संचालक समूह ने इन रुपयों का सर्वाधिक इस्तेमाल निजी जरूरतों के लिए किया। रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर राशि निकाली गई थी। पुलिस तिथिवार निकासी का बैंक स्टेटमेंट लेने के बाद बही-खाता से मिलान करेगी। सिटी एसपी (मध्य) अमरकेश दारपीनोनी ने बताया कि मनीषा और चिरंतन के बैंक अकाउंट और संस्थाओं के बही-खाताें का मिलान किया जा रहा है। कई तरह की जानकारियां जुटाई जा रही हैं। सभी बिंदुओं पर पड़ताल जारी है।