कालिदास रंगालय में दो फरवरी से शुरू होगा नाट्य उत्सव, पहले दिन 'बटोही' के साथ उठेगा पर्दा
Patna Rangmanch बटोही से उठेगा पटना में पांच दिवसीय नाट्योत्सव का पर्दा प्रांगण नाट्य संस्था की ओर से कालिदास रंगालय में दो फरवरी से छह फरवरी तक नाटकों की प्रस्तुति हर दिन शाम साढ़े छह बजे बेहतरीन नाटकों की प्रस्तुति प्रेक्षागृह में होगी
पटना, जागरण संवाददाता। Patna News: बिहार की राजधानी पटना में प्रांगण नाट्य संस्था की ओर से 36 वां पाटलिपुत्र नाट्यमहोत्सव का आगाज दो फरवरी से होना है। नाट्योत्सव का पर्दा ऋषिकेश सुलभ लिखित बटोही नाटक से उठेगा। नाट्योत्सव के पहले दिन प्रांगण पटना की ओर से बटोही नाटक का मंचन वरिष्ठ रंगकर्मी अभय सिन्हा के निर्देशन में दो फरवरी को कालिदास रंगालय में नाटक का मंचन होगा।
महोत्सव के बारे में अभय सिन्हा की मानें तो प्रागंण की ओर से प्रति वर्ष नाट्योत्सव का आयोजन होता रहा है। जिसमें विभिन्न राज्यों और जिले के नाट्य-संस्था भाग लेकर बेहतरीन नाटकों का मंचन करते रही है लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए पटना के ही नाट्य संस्था भाग ले रही और नाटकों का मंचन करेगी। उन्होंने बताया कि दो फरवरी से छह फरवरी तक कालिदास रंगालय में शाम साढ़े छह बजे बेहतरीन नाटकों की प्रस्तुति प्रेक्षागृह में होगी।
तीन फरवरी दिन बुधवार को विश्वा पटना की ओर से बादल सरकार लिखित राजेश खन्ना के निर्देशन में व प्रतिभा अग्रवाल द्वारा नाट्य-रूपांतरित सारी रात नाटक की प्रस्तुति होगी। वहीं चार फरवरी दिन गुरुवार को कला जागरण पटना की टीम की ओर से अखिलेश प्रसाद सिन्हा लिखित एवं वरिष्ठ रंगकर्मी सुमन कुमार के निर्देशन में हकिमाईन का नुस्खा का मंचन कालिदास रंगालय में होगा।
पांच फरवरी दिन शुक्रवार को भिखारी ठाकुर लिखित एवं प्रमोद कुमार त्रिपाठी के निर्देशन में मंचन कला परिषद खगौल पटना के बैनर तले गबरघिचोर नाटक की प्रस्तुति रंगालय में होगी। वहीं छह फरवरी महोत्सव के समापन पर प्रांगण पटना के बैनर तले रवीन्द्र नाथ टैगोर लिखित एवं सोमा चक्रवर्ती के निर्देशन में डॉ. किशोर सिन्हा द्वारा नाट्य-रूपांतरित नाटक चारूलता के मंचन से नाट्य-महोत्सव का पर्दा गिरेगा।
महोत्सव के बारे में बिहार आर्ट थियेटर के संयुक्त सचिव प्रदीप गांगुली ने बताया कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी भी बना है। ऐसे में दर्शकों को नाटक की प्रस्तुति देखने के लिए मास्क लगा कर आना होगा। नाटक मंचन के पूर्व प्रेक्षागृह को सैनिटाइज किया जाएगा। वहीं दर्शकों के लिए प्रेक्षागृह में एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था की गई है।