Patna news: PMCH के जूनियर डाक्टरों की हड़ताल खत्म, अपर मुख्य सचिव के साथ बैठक के बाद काम पर लौटे
Patna news पटना मेडिकल कालेज सह अस्पताल(पीएमसीएच) के जूनियर डाक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई है। बुधवार रात से जूनियर डाक्टर हड़ताल पर थे। लेकिन सोमवार को अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से वर्ता के बाद काम पर लौट आए हैं।
जागरण संवाददाता, पटना : पीएमसीएच (पटना मेडिकल कालेज सह अस्पताल) में बुधवार रात से चल रही जूनियर डाक्टरों की हड़ताल सोमवार शाम स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से वार्ता के बाद खत्म हो गई। जूनियर डाक्टरों ने अपने-अपने विभाग में योगदान दे दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अपर मुख्य सचिव ने वार्ता के पूर्व प्राचार्य डा. विद्यापति को बुधवार रात की घटना के अलावा दो और वीडियो दिखाए, जिसमें जूनियर डाक्टर मरीजों के स्वजन को पीटते दिख रहे हैं।
उन्होंने प्राचार्य को निर्देश दिया कि जितने दिन जूनियर डाक्टर हड़ताल पर रहें, उतने दिन के मानदेय की कटौती की जाए। इसके पूर्व सोमवार सुबह से पीएमसीएच ओपीडी का पंजीयन काउंटर बंद रहा। जूनियर डाक्टरों के सचिवालय जाने के बाद भी पंजीयन काउंटर नहीं खोला गया। इसी प्रकार इमरजेंसी में भी न के बराबर मरीज पहुंचे।
पुलिस व मीडिया ने खोली थी मारपीट की सच्चाई
अपर मुख्य सचिव के पास जुलाई, अगस्त में शिशु रोग और बुधवार को टाटा वार्ड स्थित मेडिसिन इमरजेंसी के वीडियो थे। तीनों में जूनियर डाक्टर एकत्र होकर मरीज के एक स्वजन को पीटते दिख रहे हैं। ये वीडियो पुलिस व मीडिया ने उपलब्ध कराए थे। बुधवार रात भी विवाद के बाद पहले जूनियर डाक्टरों ने अकेला समझ कर स्वजन को पीटा था। स्वजन एक छात्रावास में रहकर पढ़ता था, जहां से वह अपने साथियों के साथ लौटा और जीवक हास्टल में पथराव व सामने पड़े जूनियर डाक्टरों को पीटा। वहीं, जूनियर डाक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. संदीपन ने कहा कि वीडियो का सिर्फ एक हिस्सा दिखाया गया है। विवाद या मारपीट की शुरुआत का दृश्य उसमें नहीं है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने का निर्देश
अपर मुख्य सचिव ने सशस्त्र सुरक्षा बल या बाउंसर तैनात करने की मांग पर असहमति जताई। उन्होंने प्राचार्य डा. विद्यापति चौधरी से इमरजेंसी और वार्डों की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए। यदि सुरक्षाकर्मी सक्षम नहीं हैं तो उन्हें बदला जाए।
पीएमसीएच के प्राचार्य डा. विद्यापति चौधरी ने बताया कि अपर मुख्य सचिव ने सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए जो निर्देश दिए हैं उनसे अधीक्षक को अवगत करा दिया गया है। जूनियर डाक्टरों की कार्यस्थल पर सुरक्षा सुनिश्चित कराने की मांग पूरी करने के लिए इमरजेंसी-वार्डों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी, गार्डों को परिसर में बेवजह भीड़ एकत्र नहीं होने देने, हंगामे की स्थिति में दूर से देखने के बजाय उसे रोकने आदि को सुनिश्चित कराया जाएगा। अधीक्षक आने के बाद सुरक्षा एजेंसी को इन सबसे अवगत कराया जाएगा।