प्लेन हाइजैक की सूचना से पटना एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप, पहुंची आधा दर्जन थानों की पुलिस
पटना एयरपोर्ट पर विमान हाइजैक की सूचना मिलते ही 10 मिनट के अंदर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया एयरपोर्ट बम निरोधक दस्ते व एटीएस की पूरी टीम पहुंची 75 मिनट तक दहशत में रहे यात्री बाद में बताया गया यह था मॉक ड्रिल
पटना, जागरण संवाददाता। जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पटना में शनिवार की सुबह बिल्कुल अफरातफरी मच गई। सुबह साढ़े नौ बजे एयरपोर्ट प्रशासन को सूचना मिली कि आतंकवादी सिंगापुर जा रहे एक विमान को हाइजैक कर पटना एयरपोर्ट पर उतारने का सिग्नल कंट्रोल से मांग रहे हैं। इसके बाद तो पूरा प्रशासनिक अमला और सुरक्षा एजेंसियां तत्काल हरकत में आ गईं। सुबह 11 बजे तक एयरपोर्ट पर यही स्थिति रही। बाद में पूरा मामला साफ होने पर सभी ने राहत की सांस ली।
पटना के आधा दर्जन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची
प्लेन हाइजैक की सूचना मिलते ही तत्काल पटना एरोड्रॉम कमेटी के अध्यक्ष को इसकी जानकारी दे दी गई। देखते-देखते पटना एयरपोर्ट को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। सीआइएसएफ के दर्जनों जवानों के साथ-साथ एटीएस व एसटीएफ के साथ ही पटना पुलिस के तमाम बड़े-छोटे अधिकारियों के साथ आधा दर्जन से अधिक थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। टर्मिनल भवन के अंदर एक साथ बड़ी संख्या में सीआइएसएफ के जवानों के पहुंचने के बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया था।
करीब सवा घंटे तक एयरपोर्ट के चप्पे-चप्पे की तलाशी
सुबह में 9.45 बजे से आपरेशन एंटी हाइजैक शुरू हुआ जो सुबह 11:00 बजे तक चलते रहा। एयरपोर्ट के चप्पे-चप्पे की तलाशी भी ली गई। एयरपोर्ट परिसर में अत्याधुनिक उपकरणों से लैस मेडिकल एंबुलेंस के साथ ही चिकित्सकों की टीम भी तैनात कर दी गई थी। एयरपोर्ट पर कमेटी के अध्यक्ष सह गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमीर सुबहानी, गृह विभाग के विशेष सचिव जितेन्द्र सिंह गंगवार, एडीजी रविंद्र शंकरण, जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेन्द्र शर्मा, एसपी सिटी विनय तिवारी, डीएसपी सचिवालय सहित राजधानी के आधे दर्जन थाने की पुलिस पहुंच गई थी। टर्मिनल भवन के साथ ही एयरपोर्ट पर खड़े विमानों में भी डॉग स्क्वायड से तलाशी करवाई गई। सवा घंटे तक तलाशी अभियान चला। सुबह 11:00 बजे मॉक ड्रिल बताने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।
आपात स्थिति को संभालने के लिए होती है मॉक ड्रिल
जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, पटना के एयरपोर्ट निदेशक बीसीएच नेगी ने बताया कि एयरपोर्ट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन की सक्रियता की जांच के लिए समय-समय पर इस तरह के अभ्यास किए जाते हैं। इसकी पूर्व सूचना किसी भी अधिकारी को नहीं दी जाती है। मॉक ड्रिल के दौरान जो भी कमियां उजागर होती हैं उसे दूर कर लिया जाता है। इस तरह के मॉक ड्रिल से अंदाज लगता है कि आपात स्थिति से निपटने में हम कितने सक्षम हैं।