Patna Lockdown Update सड़कों से गलियों तक चहल-पहल रही कम, जरूरत पड़ने पर ही निकले लोग
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन की महत्ता को राजधानीवासी समझने लगे हैं। अब जरूरत पड़ने पर ही लोग घरों के बाहर निकल रहे।
पटना, जेएनएन। राजधानी में शुक्रवार को लॉकडाउन के पांचवें दिन काफी हद तक लोग जागरूक दिखे। जरूरत पर सामान लेने शहरी घर के बाहर आए। इस दौरान किराना दुकानदारों द्वारा मनमाना दाम वसूले जाने की शिकायत पर प्रशासन ने कार्रवाई भी की। इसके साथ ही जगह-जगह माइक से लोगों से घर से नहीं निकलने की अपील की गई। सुबह, दोपहर और साम को मिलाते हुए पटना से लेकर प्रखंडों तक में लॉकडाउन का खासा असर देखने को मिला।
पैदल ही निकल रहे लोग
गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को लॉकडाउन का खासा असर देखने को मिला। इस दौरान पटना में लोगों का घर से बाहर निकलना कम ही हुआ। सड़कों के साथ गलियां तक सूनी दिखाई पड़ीं। कंकड़बाग, हनुमान नगर, सब्जीबाग, राजेंद्र नगर, बोरिंग रोड, बेलीरोड, राजाबाजार, राजीव नगर, कुर्जी, लोहानीपुर तथा अशोक राजपथ जैसे व्यस्ततम इलाके में लोगों की चहल-पहल कम रही। यहां तक की दानापुर और पटना जंक्शन के पास भी इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए।
कालाबाजारी से ग्राहकों को मिली राहत
मनेर में गुरुवार को कालाबाजारी के विरुद्ध छापेमारी से शुक्रवार को ग्राहकों को कुछ राहत मिली। यही हाल पटना का भी रहा। इधर मनेर में कई किराना दुकानदार कालाबाजारी को लेकर अपनी दुकानें बंद रखीं। विदित हो कि गुरुवार को बीडीओ चंदन प्रसाद, थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार, सीओ संजय कुमार झा सज्जन ने सड़क पर मार्च पास्ट किया और लोगों से घर में रहने की अपील की थी। जिसका असर शुक्रवार को दिखा।
आवश्यक वाहनों का ही हुआ परिचालन
दुल्हिन बाजार में एंबुलेंस व प्रशासन की गाड़ी छोड़कर वाहनों का परिचालन बंद रहा। आम दिनों की तरह शुक्रवार को बाजार में भीड़ भी कम रही। किराना, दूध, सब्जी-फल व मेडिकल की दुकानें ही खुली रहीं। इस दौरान सुबह कुछ लोग जरूरी सामान लेने के लिए घरों के बाहर निकले। वहीं दोपहर को सन्नाटा पसर गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस भी कैंप करती रही।