पटना जंक्शन का इलाका होगा भिखारीमुक्त
पटना । पटना जंक्शन भिखारीमुक्त बनेगा। इस दिशा में बुधवार से अभियान शुरू हो गया। पटना जंक्शन
पटना । पटना जंक्शन भिखारीमुक्त बनेगा। इस दिशा में बुधवार से अभियान शुरू हो गया। पटना जंक्शन से महावीर मंदिर की तरफ बढ़ने पर यात्रियों का सामना अब भिखारियों से नहीं होगा। जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल के निर्देश पर पटना जंक्शन और महावीर मंदिर के पास भीख मांगने वाले 59 भिखारियों को आशियाना मिल गया है। इनका पुनर्वास शांति कुटीर, सेवा कुटीर एवं खुला आश्रय में किया गया। भिखारियों के साथ-साथ रेल यात्रियों को भी इससे राहत मिलेगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि भिखारियों के कारण प्रदेश की छवि धूमिल हो रही थी। देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले पर्यटकों का सामना भिखारियों से होता है। उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि भिक्षावृत्ति को प्रोत्साहित न करें। भीख मांगने वाले बच्चों, महिलाओं एवं पुरुषों के संबंध में जिला प्रशासन को सूचित करें। उन्हें सम्मानजनक जीवन-यापन के लिए पुनर्वासित किया जाएगा।
बेबस, लाचार और असहाय भिखारियों को पुनर्वास केंद्र में भोजन, रहने की सुविधा, वस्त्र, चिकित्सा की व्यवस्था के साथ ही वैकल्पिक रोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। डीएम के अनुसार जीविकोपार्जन का कोई साधन नहीं रहने वाले भीख मांगते हैं। विगत दिनों पटना जंक्शन के भ्रमण के क्रम में प्लेटफॉर्म, सीढि़यों एवं रेल के डिब्बों के सामने भीख मांगते हुए बच्चों एवं महिलाओं को देखने के बाद उन्हें पुनर्वासित करने का ख्याल आया था। मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना के तहत लाभ को 10 दिनों तक सर्वेक्षण कराया गया। विशेष टीम गठित की गई। भीख मांगने के कारणों की जांच कराई गई। इस बात की भी जांच कराई गई कि कहीं ये दलाल या गैंग के माध्यम से भीख तो नहीं मांग रहे हैं। 59 भिखारियों में 15 महिलाएं और सात बच्चे शामिल हैं। पिछले दिनों हड़ताली चौक से भीख मांगने वाले पांच बच्चों को मुक्त कराया गया था।
वैसे अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि मंगलवार एवं शनिवार को स्टेशन के बाहर भिखारी नजर आते हैं या नहीं। इन दो दिनों में महावीर मंदिर में भक्तों की संख्या काफी बढ़ जाती है।