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जिप का फिर नया पता, अब विकास भवन

नए कार्यालय का उपयोग होने के पहले ही नए कलेक्ट्रेट परिसर के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पुराने भवनों को तोड़ने पर लगी रोक हटा दी गई। अब 25 मई तक जिप अध्यक्ष का नया ठिकाना जिला शिक्षा कार्यालय से विकास भवन की तीसरी मंजिली पर शिफ्ट कर दिया जाएगा। पटना जिला परिषद ब्रिटिश हुकूमत के समय बख्तियारपुर-राजगीर और फतुहा इस्लामपुर लाइट रेलवे का मालिक था।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 01:49 AM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 01:49 AM (IST)
जिप का फिर नया पता, अब विकास भवन
जिप का फिर नया पता, अब विकास भवन

पटना। पटना जिला परिषद का फिर से पता बदल जाएगा। 1938 के बने कार्यालय और सभागार की छत 2017 में ही मरम्मत के लिए तोड़ी गई थी। जिला शिक्षा कार्यालय को वैकल्पिक कार्यालय के रूप तैयार किया गया था। कामकाज के लिए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कर्मियों के लिए बैठने की व्यवस्था की गई थी। नए कार्यालय का उपयोग होने के पहले ही नए कलेक्ट्रेट परिसर के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पुराने भवनों को तोड़ने पर लगी रोक हटा दी गई। अब 25 मई तक जिप अध्यक्ष का नया ठिकाना जिला शिक्षा कार्यालय से विकास भवन की तीसरी मंजिली पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।

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पटना जिला परिषद ब्रिटिश हुकूमत के समय बख्तियारपुर-राजगीर और फतुहा इस्लामपुर लाइट रेलवे का मालिक था। पटना और नालंदा जिले की सड़कें, पुल-पुलिया, नदी घाट, हाट, स्कूल और अस्पताल जिला परिषद के जिम्मे था। 60 के दशक में घाटे के कारण लाइट रेलवे सेवा बंद हो गई।

पटना में जिला परिषद की अकूत संपत्ति थी। परिषद का अपना जिला अभियंता, अस्पताल में डाक्टर, वैद्य, कंपाउंडर, अपना प्रिटिग प्रेस, बढ़ई, लुहार, रौलर और टैक्स वसूली के लिए रोड सरकार के पद थे। अब यहां अनुकंपा वाले कर्मी ही बचे रह गए हैं। -- लकड़ी से चलने वाला रोलर --

जिला परिषद के पास लकड़ी और कोयले से चलने वाला स्टीम इंजन रोड रोलर हुआ करता था। जिला अभियंता के अधीन सड़कें थी। प्रखंडों में निरीक्षण बंगला में खानसामा और चौकीदार हुआ करते थे। अब इन संपत्ति की देखरेख के लिए कर्मचारी तक नहीं बचे।

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आधुनिक सुविधाओं से लैस

होगा जिला परिषद का भवन

जागरण संवाददाता, पटना

जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में नए समाहरणालय भवन परिसर के त्वरित गति से निर्माण के लिए मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभागार में बैठक की। इसमें जिला परिषद की अध्यक्ष कुमारी स्तुति के साथ ही उपाध्यक्ष व कई सदस्य उपस्थित हुए। बैठक में नए समाहरणालय भवन परिसर के निर्माण के लिए विभिन्न बिदुओं पर चर्चा की गई। वर्तमान में वहां विद्यमान संरचनाओं को तोड़ने तथा कार्यालयों को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में तीव्रता लाने का निर्णय लिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि यह भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।

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जिप की जमीन अन्य भवनों के

निर्माण के लिए नहीं ली जा रही

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जिला परिषद की जमीन अन्य भवनों के निर्माण के लिए नहीं ली जा रही है। वर्तमान में एक एकड़ 88 डिसमिल जमीन पर जिला परिषद का कार्यालय है, जिसमें से केवल 2.5 डिसमिल जमीन ही नया जिला परिषद कार्यालय भवन बनाने में प्रयोग किया जा रहा है। इस प्रकार जिला परिषद का नया कार्यालय भवन भी समाहरणालय की भूमि पर ही बन रहा है। वर्तमान में जिला परिषद भवन के भवन का का बिल्टअप क्षेत्रफल 825.56 वर्ग मीटर है। यह केवल एक ही मंजिल का है। नया जिला परिषद कार्यालय का कुल बिल्टअप एरिया 5588.33 वर्ग मीटर एवं पांच मंजिल का होगा। इसमें 54 कार के लिए डेडिकेटिड बेसमेंट पार्किंग और पांच कार के लिए ओपन पार्किंग की व्यवस्था है, जो केवल जिला परिषद के उपयोग के लिए है।

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काम निर्बाध जारी

रखने की मांग

बैठक में जिला परिषद की अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों के बीच आम सहमति बनी कि नए समाहरणालय भवन परिसर का काम निर्बाध रूप से चालू रहे और समय से पूरा हो। डीएम ने कहा कि जिला परिषद की स्वायत्तता का आदर करने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है।


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