जमीन के लिए भतीजे ने कराई थी पूर्व पार्षद की हत्या, साढ़े चार लाख रुपये में तय थी डील Patna News
पटना में एक सितंबर को हुए पूर्व वार्ड पार्षद नागेश्वर राय हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। मामले में मृतक का भतीजा ही हत्यारा निकला है। जानें कैसे दिया उसने वारदात को अंजाम।
पटना, जेएनएन। इस महीने की पहली तारीख को शहर एक हत्या की वारदात से दहल गया था। राजधानी में हुए पूर्व वार्ड पार्षद नागेश्वर राय के मर्डर से तरह-तरह की चर्चा उठ गई थी। अब एक हफ्ते बाद पुलिस ने घटना का खुलासा किया है। हत्या की साजिश पूर्व वार्ड पार्षद के भतीजे केदार राय ने रची थी।
जमीन और वर्चस्व के लिए थी लड़ाई
दोनों के बीच जमीन और वर्चस्व को लेकर अदावत चल रही थी। केदार ने वारदात को अंजाम देने के लिए अपने एक करीबी के जरिए दो शूटरों से सौदा किया था। हत्या के एवज में शूटरों को साढ़े चार लाख रुपये दिए जाने थे, जिसमें बतौर एडवांस 50 हजार रुपये दिए गए। पुलिस ने हत्याकांड में संलिप्त मालसलामी निवासी केदार राय, सत्येंद्र कुमार सहित दोनों शूटर वैशाली निवासी सुधीर कुमार व जक्कनपुर निवासी कुंदन को गिरफ्तार कर लिया।
सीसी कैमरे से मिली मदद
आरोपितों के पास से नकदी, वारदात में इस्तेमाल देशी पिस्टल व हेलमेट भी बरामद हुआ है, जिस पहने हुए ये सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दिखे थे। हत्या के बाद तय रकम लेने आए थे दोनों बदमाश एक सितंबर को पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के दक्षिणी चित्रगुप्त नगर मोहल्ले में दिनदहाड़े बाइक सवार दो बदमाशों ने पूर्व पार्षद को उस वक्त गोली मारी थी, जब वह घर के पास के सैलून से बाल-दाढ़ी बनवाकर लौट रहे थे। एसएसपी गरिमा मलिक ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसपी पूर्वी के नेतृत्व में टीम गठित की थी।
पुलिस के अनुसंधान के दौरान पता चला कि घटना की पृष्ठभूमि में पुरानी अदावत सहित भूमि विवाद है। विवाद राघोपुर से ही जुड़ा है। पुलिस ने पूर्व पार्षद से पूर्व में हुए विवाद की जांच-पड़ताल शुरू की। उधर, दूसरी टीम बाइक सवार दोनों बदमाशों की पहचान में जुटी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस बाइक सवार दोनों बदमाशों को तलाशने लगी। इसी बीच सूचना मिली कि कुछ बदमाश राघोपुर दियारा क्षेत्र के हैं, जो अक्सर पत्रकार नगर के मुन्ना चौक पर जुटते हैं।
इसके बाद पुलिस उस ठिकाने पर तीनों के आने का इंतजार करने लगी। शुक्रवार की रात जैसे ही सत्येंद्र कुमार, सुधीर कुमार और कुंदन कुमार उर्फ छोटी पहुंचे, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों ने बताया कि वह नागेश्वर राय की हत्या के एवज में तय राशि लेने आए थे। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने मुख्य आरोपित केदार राय को भी गिरफ्तार कर लिया।
सत्येंद्र ने कराया था केदार से शूटरों का संपर्क
पुलिस की मानें तो पिछले कई साल से नागेश्वर व केदार राय में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। एक बार नागेश्वर ने केदार पर हाथ उठा दिया था। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी थी। पूछताछ में पता चला कि केदार ने अपने परिचित सत्येंद्र के माध्यम से सुधीर व कुंदन से संपर्क कर हत्या की सुपारी दी थी। कुंदन व सत्येंद्र पूर्व में जेल जा चुके हैं। कुंदन ने पांच लाख रुपये मांगे थे, लेकिन बाद में साढ़े चार लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। केदार ने 50 हजार रुपये एडवांस देकर बाकी की रकम काम होने के बाद किश्तों में देने को कहा था।