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अगले कुछ वर्षों में बदल जायेगी पटना एयरपोर्ट की सूरत, जानें क्‍या हो रहा बदलाव

अगले कुछ वर्षों में पटना एयरपोर्ट की सूरत बदल जायेगी। करीब 1150 करोड़ रुपये की लागत से नए टर्मिनल का निर्माण किया जायेगा।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 17 May 2018 10:40 AM (IST)Updated: Thu, 17 May 2018 09:32 PM (IST)
अगले कुछ वर्षों में बदल जायेगी पटना एयरपोर्ट की सूरत, जानें क्‍या हो रहा बदलाव
अगले कुछ वर्षों में बदल जायेगी पटना एयरपोर्ट की सूरत, जानें क्‍या हो रहा बदलाव

पटना [जेएनएन]। बिहार की राजधानी पटना स्थित जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का काम शीघ्र शुरू होने की संभावना दिख रही है। टर्मिनल भवन के विस्तारीकरण का काम शुरू होते ही चेक इन एरिया में प्रवेश करने का वर्तमान रास्ता बंद कर दिया जाएगा। नया रास्ता बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है।

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यह जानकारी बुधवार को एयरपोर्ट निदेशक राजेंद्र सिंह लाहौरिया ने बिहार चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ बातचीत में दी।

उन्होंने बताया कि पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के निर्माण की अनुमानित लागत 759 करोड़ से बढ़कर 1150 करोड़ हो गई है। इसलिए प्रस्ताव को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी लेनी होगी। 

उन्होंने कहा कि दो माह के अंदर काम शुरू होने की उम्मीद है। यात्रियों को थोड़ा घूमकर जाना होगा। एयरपोर्ट के अंदर पीर अली पथ से प्रवेश करते ही बैरियर के पास से ही बाईं ओर बिहार हैंगर के रास्ते से होते हुए स्टैंड में खड़े विमान तक जाना होगा। बिहार हैंगर की ओर से रास्ता बनाए जाने के कारण यहां बनने वाले दो पार्किंग बे में एक का ही निर्माण कार्य पूरा हो सकेगा। दूसरा पार्किंग बे नया टर्मिनल भवन निर्माण होने पर तैयार होगा। फिलहाल इसी रास्ते से विमान यात्री आ और जा सकेंगे।

एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि नई इंट्री शुरू होने में कम से कम दो माह लग जाएंगे। यहां एक पार्किंग बे का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। पार्किंग बे में खड़े विमान को पुश बैक करने के लिए एक ट्रैक्टर को भी यहां खड़ा रखना होगा। चैंबर के सदस्यों को उन्होंने नए टर्मिनल भवन के निर्माण की पूरी जानकारी दी।

बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण पर उन्होंने बताया कि 2021 तक पटना एयरपोर्ट में टर्मिनल भवन व बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण कार्य साथ-साथ पूरा होगा। पटना एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ान के लिए उत्तर की ओर साढ़े सात एकड़ अतिरिक्त जमीन की मांग की गई है। इसके मिलने से 135 मीटर रन वे की लंबाई बढ़ जाएगी, जिससे बड़े विमान की लैंडिंग में परेशानी नहीं होगी।

विमानों की लोकल कनेक्टिविटी पर उन्होंने कहा कि अभी फिलहाल दरभंगा से दिल्ली व बेंगलुरु के लिए विमान सेवा शुरू किए जाने का प्रस्ताव है। अगले चरण में पूर्णिया से भी सेवा शुरू किए जाने की संभावना है। दरभंगा एयरपोर्ट शुरू हो जाने के बाद पटना एयरपोर्ट का लोड थोड़ा कम हो सकता है। कोहरे के दौरान विमानों का डायवर्जन कोलकाता के बजाय गया करने की मांग की गई।

इस मौके पर चैंबर ऑफ कामर्स के प्रमुख पदाधिकारियों में पीके अग्रवाल, एनके ठाकुर, मुकेश कुमार जैन, विशाल टेकरीवाल, मोती लाल खेतान, सुभाष कुमारी पटवारी, शशि मोहन, उत्पल सेन, पीएन पांडेय, रंजीत प्रसाद सिंह आदि मौजूद थे।

चैंबर ने की मांग

एयरपोर्ट पर खराब पड़ी वेइंग मशीन को बदला जाए, हर मौसम में लैंडिंग सुविधा हो,  कल एयरपोर्ट पर इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जाए, मेडिकल एयर लिफ्टिंग की सुविधा, पिक अप एंड ड्रॉप अप बस की सुविधा, पटना से जयपुर, काठमांडू व बागडोगरा के लिए सीधी फ्लाइट सेवा हो।
एयरपोर्ट पर ऐसा डिपार्चर हॉल हो जहां से लैंडिंग व टेक ऑफ देखा जा सके, गया एयरपोर्ट से घरेलू उड़ानों की संख्या बढ़ाई जाए, बिहटा एयरपोर्ट से शीघ्र उड़ान सेवा शुरू की जाए, कन्वेयर बेल्ट पर लगे विज्ञापन के आकार को छोटा किया जाए।


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