पटना एयरपोर्ट पर एक बार फिर दिखा बस स्टैंड जैसा नजारा, जानिए वजह
पटना एयरपोर्ट पर बुधवार को एक बार फिर बस टर्मिनल की तरह ही भीड़भाड़ दिखाई दी। लोगों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा। इसकी वजह मौसम की वजह से विमान लेट होना बताया गया।
पटना [जेएनएन]। पटना एयरपोर्ट पर बुधवार को पिछले माह जैसा नजारा एक बार फिर देखने को मिला। सुबह में लो विजिबिलिटी के कारण जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एक बजे दिन तक कोई भी विमान लैंड नहीं कर सका।
एक बजे दिन में गोएयर की पहली फ्लाइट संख्या जी8 140 दिल्ली से पहुंची। नई दिल्ली से ही आने वाले स्पाइसजेट की उड़ान संख्या एसजी 742 भी लो विजिबिलिटी से प्रभावित हो गई। यह फ्लाइट लगभग दो बजे पहुंची। इसके पूर्व स्पाइसजेट की ही फ्लाइट संख्या एसजी 878 कोलकाता से पटना एयरपोर्ट पहुंची।
स्पाइसजेट की ही बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट एसजी 867 भी विलंब से पटना एयरपोर्ट पर उतरी। परिणाम यह हुआ कि एयरपोर्ट पर एक साथ चार उड़ानों के यात्री पहुंच गए। उसी समय इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6ई 191 के भी आने की सूचना प्रसारित होने लगी।
एयर इंडिया ए1 410 के यात्रियों का भी चेक-इन जारी था। सुबह से दोपहर 2 बजे तक एक साथ छह से आठ विमानों को होल्ड पर रखा गया था। इससे एयरपोर्ट पर एक साथ दो से ढाई हजार यात्री पहुंच गए। शुरू में भीड़ को देखते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से तीन-तीन फ्रिस्किंग काउंटर खोले गए थे।
बाद में टर्मिनल भवन की भीड़ को कम करने के लिए थोड़ी देर के लिए एक फ्रिस्किंग काउंटर को बंद करने का निर्देश दिया गया। फिर से भीड़ बढ़ते देख इस काउंटर को खोलने का निर्देश दिया गया। नतीजा यह हुआ कि डेढ़ बजे से दो बजे के बीच इंट्री गेट पर जबरदस्त भीड़ देखने को मिली।
टर्मिनल के अंदर प्रवेश करने में यात्रियों का छूट रहा था पसीना
दोपहर 1:00 से 3:00 बजे तक एयरपोर्ट की पार्किंग में तिल रखने की भी जगह नहीं थी। सुबह 10:00 बजे से ही विमानों को होल्ड पर रखा जा रहा था। दोपहर तीन बजे तक 6 से 8 विमानों को होल्ड पर रखा गया था। विमानों के परिचालन में विलंब के कारण बंच में फ्लाइट उतरने लगीं।
हालत यह हो गई एयरपोर्ट की सारी पार्किंग-बे भर गई थीं। सैकड़ों यात्री बाहर खड़े होकर इंट्री का इंतजार कर रहे थे। टर्मिनल भवन के अंदर यात्रियों को आने से रोक दिया गया था। कतार में सात-आठ सौ यात्री खड़े थे। इसी बीच इंडिगो 191 के यात्रियों के गेट पर जल्दी पहुंचने की सूचना प्रसारित होने लगी।
स्पाइस जेट का विमान भी खड़ा था फिर भी इंडिगो के यात्रियों को जबरन प्रवेश करा दिया गया। एक से डेढ़ घंटे तक यात्री इंट्री गेट में प्रवेश करने के लिए कतार में खड़े थे। जब उन्हें इंट्री मिली तो चेक इन एवं सिक्योरिटी चेक के लिए एक घंटे तक का समय लग जा रहा था।
वाहनों से खचाखच भरा था पार्किंग परिसर
एयरपोर्ट टर्मिनल भवन के सामने प्रबंधन की ओर से बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर वाहन खड़ा करने पर 2000 रुपये का जुर्माना करने का निर्देश दिया गया था। परंतु वहां बेतरतीब तरीके से वाहनों को खड़ा कर चालक फरार हो गए थे।
सात-आठ की संख्या में पुलिसकर्मी सीटी बजा-बजाकर वाहनों को हटाने का प्रयास कर रहे थे। इसी बीच जाम बस्टर की गाडिय़ां पहुंचीं और दो गाडिय़ों को जबरन उठाकर ले गईं।
वाहनों के जाम से लगी थी लंबी कतार
एयरपोर्ट से बाहर निकलने वाले वाहनों की लंबी कतार लगी थी। पांच-पांच कतार में वाहन जाम में फंसे थे। लंबी दूरी तय कर आने वाले यात्री घंटों यात्रा कर पटना पहुंच रहे थे। उन्हें जाम में फंसना पड़ रहा था। वाहनों को बाहर निकलने में एक-एक घंटे का समय लग जा रहा था।
महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को हो रही थी काफी परेशानी
एयरपोर्ट पर भीड़ से सबसे अधिक परेशानी कतार में खड़ी महिलाओं, बुजुर्गों व छोटे-छोटे बच्चों को हो रही थी। महिलाएं अपने लगेज के साथ बच्चों को भी ट्रॉली पर बैठाकर ले जा रही थीं।
वाहन पार्किंग स्टैंड में था कचरे का ढेर
एयरपोर्ट के वाहन पार्किंग स्टैंड के किनारे भारी मात्रा में कचरा फैला हुआ था। ऐसा लग रहा था जैसे पिछले एक हफ्ते से यहां से कचरे का उठाव नहीं हुआ है। यूरिनल को बंद कर कचरा फेंका हुआ था। यात्री जहां-तहां मूत्र त्याग को मजबूर हो रहे थे।
सुबह में तीन घंटे तक लो विजिबिलिटी के कारण विमानों की लैंडिंग नहीं हो सकी थी। एक बजे के बाद ही विमानों का आना शुरू हुआ। एक साथ बंच में विमानों को होल्ड पर रखने से इनके सारे यात्री एयरपोर्ट पहुंच चुके थे। ऐसे में भीड़ बढऩा स्वाभाविक है।
एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से यात्रियों के बैठने के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी। वाहनों को व्यवस्थित करने के लिए लोकल पुलिस के काफी जवान लगे थे। इंट्री गेट पर भी कई जवान तैनात थे। शाम चार बजे से स्थिति में काफी सुधार हुआ था।
- प्रभारी निदेशक, जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, पटना