वर्ल्ड एविएशन कांफ्रेंस में पटना एयरपोर्ट की रहेगी गूंज
जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पटना के निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहोरिया को स्वीडन के स्टॉकहोम में व्याख्यान के लिए आमं9ित किया गया है।
पटना । जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पटना के निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहोरिया को स्वीडन के स्टॉकहोम में 20 से 22 मार्च तक आयोजित पैसेंजर टर्मिनल कांफ्रेंस में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। पटना एयरपोर्ट के 2072 मीटर छोटे रनवे पर सफलतापूर्वक प्रतिदिन 38 जोड़ी विमानों के संचालन एवं कम स्पेस में सालाना 30 लाख यात्रियों को हवाई सुविधा देने की उपलब्धि पर उन्हें यह आमंत्रण मिला है।
वे न सिर्फ सम्मेलन में भाग लेंगे बल्कि अपने तकनीकी भाषण में इस बात की जानकारी भी देंगे कि किस तरह वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पटना एयरपोर्ट से इतनी अधिक संख्या में विमानों का परिचालन कर रहे हैं।
इस संबंध में निदेशक लाहोरिया ने बताया कि पटना एयरपोर्ट 1971 में पांच लाख यात्रियों की सालाना क्षमता के हिसाब से बनाया गया था। शुरू में यहां से एक-दो विमान उड़ान भरते थे। हाल के दिनों में यहां से 38 विमान उतरते व उड़ान भरते हैं। सालाना 30 लाख यात्री विमान से यात्रा करते हैं। रनवे छोटा होने और मात्र चार पार्किंग होने के बावजूद यहां से इतनी उड़ानें संचालित की जाती हैं। एयरपोर्ट ट्रैफिक कंट्रोल को तकनीकी रूप से काफी मजबूत बनाया गया है। हाल में दिसंबर व जनवरी में कोहरे के दौरान किस तरह विमानों को लो विजिबिलिटी में भी अरेंज किया गया था, इसकी चर्चा की जाएगी। इस दौरान एयर ट्रैफिक कंट्रोल, सीआइएसएफ, विमानन कंपनियों एवं टर्मिनल प्रबंधन के आपसी तालमेल को विश्व स्तर पर काफी सराहा गया है। जगह कम होते हुए भी इतनी संख्या में यात्रियों को चेक-इन कराना, उनके बैठने की व्यवस्था करना अपने आप में चुनौती है। लाहोरिया ने कहा कि 20 मार्च को 12 बजे से 12.30 बजे के बीच 10 मिनट का प्रश्नोत्तर सत्र भी उनके लिए रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में 90 देशों के एयरपोर्ट के अधिकारी भाग लेने आ रहे हैं। भारत से अकेले पटना एयरपोर्ट को इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। उनके साथ सिविल इंजीनियर एनके चौधरी भी जा रहे हैं।