राजीव नगर, एजी कॉलोनी और सैदपुर में विरोध के बाद भी प्रशासन ने हटाया अवैध कब्जा
पटना के अवैध निर्माण और कब्जों पर निगम की नजर पड़ गई है। तीसरे दिन रविवार को भी जिला प्रशासन और पटना नगर निगम की संयुक्त टीम अवैध कब्जों को तोड़ा।
पटना, जेएनएन। पटना में जलजमाव के बाद अदालत और शासन के कड़े रुख से हरकत में आए पटना नगर निगम नालों पर अवैध कब्जे को लेकर पूरी तरह सख्त है। राजधानी के सभी प्रमुख नालों को बरसात के पूर्व पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त करने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाए जा रहे हैं। तीसरे दिन रविवार को भी जिला प्रशासन और पटना नगर निगम की संयुक्त टीम अवैध कब्जों को तोड़ा। राजीव नगर, एजी कॉलोनी के पास जयप्रकाश नगर, वीर कुंवर सिंह चौक, सैदपुर रामपुर के बीच अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान अवैध मकानों को भी तोड़ा गया। तोड़फोड़ के दौरान लोगों ने जमतर विरोध भी जताया पर भारी संख्या में पुलिस बल होने के कारण किसी की एक न चली।
इसके पहले जिला प्रशासन और पटना नगर निगम की संयुक्त टीम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के दूसरे दिन शनिवार को भी व्यापक पैमाने पर कार्रवाई करते हुए नालों पर बने स्थायी व अस्थायी अतिक्रमण हटाए। पाटलिपुत्र अंचल अंतर्गत राजीव नगर नाले पर बनीं छह झोपडिय़ां हटाई गईं। इसके अलावा 15 अवैध बैनर और छह हाइवा व एक टिपर मलवा हटाया गया।
गौरतलब है कि जिलाधिकारी कुमार रवि के निर्देश पर 14 से 16 फरवरी तक चार टीमें युद्धस्तर पर काम कर रही हैं। 17 से 23 फरवरी तक दो टीमें मैट्रिक की परीक्षा के बाद अतिक्रमण हटाने का काम करेंगी। जिला संपर्क अधिकारी ने बताया कि पटना सिटी अंचल क्षेत्र के वार्ड संख्या 67 में मोट नाला के आसपास अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इस दौरान नहर पर बनीं 56 अस्थायी झोपडिय़ों को प्रशासन ने उखाड़ कर फेंक दिया। बांकीपुर अंचल में सैदपुर नहर रोड से अतिक्रमण हटाया गया। सरकारी जमीन पर से मकान व बाउंड्री तोड़ा गया। नूतन राजधानी अंचल अंतर्गत सर्पेन्टाइन नाला पर व दारोगा राय पथ के पीछे से अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान महाराष्ट्र मंडल का शादी पंडाल तोड़ा गया। वह नाले पर बना था। इसके आसपास से अस्थायी संरचना को भी हटाया गया। सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया।