बुनियादी सुविधाओं से घिरा हुआ है पाटलिपुत्र स्टेशन, 20 करोड़ की लागत से होगा कायाकल्प
पाटलिपुत्र स्टेशन बनने के बाद यहां रेल यात्रियों की संख्या जहां चार से चालीस हजार तक पहुंच गई वहीं इस स्टेशन पर अब भी बुनियादी समस्याओं का अकाल है। यात्री अब भी परेशान रहते है।
पटना [जेएनएन]। ई श्रेणी के स्टेशन से शुरुआत करने वाले पाटलिपुत्र स्टेशन ने बनने के छह माह बाद ही ए श्रेणी में छलांग ली थी। यात्रियों की संख्या चार हजार से चालीस हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है। परंतु आज भी इस स्टेशन पर बुनियादी यात्री सुविधाओं की घोर कमी है।
महाप्रबंधक ललित चन्द्र त्रिवेदी ने पाटलिपुत्र स्टेशन का निरीक्षण किया। इस क्रम में उन्होंने बताया कि पाटलिपुत्र स्टेशन का अब पूरी तरह कायाकल्प होने जा रहा है। 20 करोड़ की लागत से पाटलिपुत्र जंक्शन पर यात्री सुविधाएं विकसित होंगी। उन्होंने बताया कि अभी पाटलिपुत्र स्टेशन से ट्रेनों को मेंटेन करने के लिए दानापुर भेजा जाता था। अब पाटलिपुत्र स्टेशन के पास ही ट्रेनों के रखरखाव के लिए कोचिंग कांप्लेक्स का निर्माण कराया जा रहा है। दो साल के अंदर निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। यहां वाटर रिसाइकिलिंग प्लांट के साथ ही प्लास्टिक बोतल को नष्ट करने का भी प्लांट लगाया जाएगा। कोचिंग कांप्लेक्स से ट्रेनों को लाने ले जाने के लिए अलग से रेलवे ट्रैक के निर्माण का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही पाटलिपुत्र स्टेशन पर एक और प्लेटफॉर्म के साथ ही एस्केलेटर निर्माण का निर्देश दिया गया है। पाटलिपुत्र स्टेशन के दूसरी ओर भी प्रवेश द्वार बनाकर यात्रियों को सुविधा देने की कोशिश की जा रही है। यहां अलग से बुकिंग व आरक्षण काउंटर बनाया जा रहा है। इसके साथ ही प्लेटफॉर्म पर दो-दो शेड बनाए जा रहे हैं। यात्री प्रतीक्षालय को आधुनिक साजसज्जा से परिपूर्ण बनाया जाएगा। एक प्लेटफॉर्म से दूसरे तक जाने के लिए एक और फुट ओवरब्रिज बनाने का निर्देश दिया गया है। आने वाले दिनों में पाटलिपुत्र स्टेशन से और भी कई ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा। यात्रियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी होगी। इस स्टेशन के बनने से पटना व दानापुर के साथ ही राजेन्द्रनगर स्टेशन पर लोड काफी कम हो गया है। महाप्रबंधक ने कहा कि पाटलिपुत्र स्टेशन से लेकर सोनपुर तक रेलवे लाइन के दोहरीकरण का काम शीघ्र शुरू किया जाएगा। दीघा रेल पुल पर दोहरीकरण की व्यवस्था पहले ही कर दी गई थी। इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य पूरा हो चुका है।