बीसीसीआइ ने किया बिहार के क्रिकेटरों के साथ भेदभाव
पटना। बिहार के साथ बीसीसीआइ का भेदभाव जारी है। 15 साल से इस राज्य को पूर्ण मान्यता नहीं ि
पटना। बिहार के साथ बीसीसीआइ का भेदभाव जारी है। 15 साल से इस राज्य को पूर्ण मान्यता नहीं मिली है और यहां के क्रिकेटरों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में उदाहरण तौर पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम लेते हुए कहा कि वे एक होनहार क्रिकेटर रहे हैं, लेकिन उन्हें दिल्ली और झारखंड से खेलना पड़ा। न जाने ऐसे कितने क्रिकेटर है जो बिहार के होने बावजूद दूसरे राज्यों से खेल रहे हैं।
बीसीए ने भी दिया धोखा
वर्मा ने कहा कि बिहार क्रिकेट संघ और बीसीसीआइ ने मिलकर क्रिकटरों का भविष्य बर्बाद किया है। जस्टिस लोढ़ा की रिपोर्ट में भी यह स्पष्ट कहा गया है कि बिहार के साथ बीसीसीआई ने भेदभाव किया है। अंडर-19 क्रिकेट टीम में सीके नायडु के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को शामिल नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि बीसीए ने जो अंडर-19 टीम बनाई है उसकी जाच की जाय तो आधे से अधिक खिलाड़ी ओवरएज मिलेंगे।