पीएमसीएच में मरीजों को पैरासिटामोल भी नसीब नहीं
सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में डेंगू मरीजों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
पटना। सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में डेंगू मरीज भगवान भरोसे हैं। अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी में वार्ड बनाकर सो गया है। यहां पर मरीजों को पैरासिटामोल की 50 पैसे की गोली भी नहीं मिल पा रही है। डॉक्टर कब आते हैं, और कब जाते हैं मरीजों को पता भी नहीं चलता है।
पीएमसीएच की इमरजेंसी में डेंगू वार्ड बनाया गया है, जिसकी निगरानी मेडिसीन विभाग कर रहा है। यहां पर वर्तमान में 25 मरीज भर्ती हैं। लेकिन मरीजों को अस्पताल प्रशासन से काफी शिकायत है। पीएमसीएच में डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन की ओर से पानी देने के सिवा कुछ नहीं मिल रहा है। अधिकांश दवाएं बाहर से लानी पड़ रही हैं। डेंगू वार्ड के कमरा नंबर 207 में बेड नंबर 5 पर भर्ती पीयूष कुमार के परिजनों का कहना है कि डॉक्टर कब आते हैं और कब जाते हैं। पता नहीं चलता है। यह हाल तब है जब अस्पताल में कई गंभीर मरीज भर्ती हैं।
वहीं बेड नंबर 6 पर भर्ती पूजा कुमारी हाजीपुर से आई हैं। वह गुरुवार को पीएमसीएच में भर्ती हुई थीं। मरीज को भर्ती होने के बाद तबीयत धीरे-धीरे सुधर रही है। लेकिन परिजनों का कहना है कि अधिकांश दवाएं बाहर से लानी पड़ रही हैं।
पटना के पुनाईचक निवासी अशर्फी के परिजनों का कहना है कि पिछले चार दिनों से पीएमसीएच में भर्ती हैं। धीरे-धीरे मरीज की स्थिति में सुधार हो रहा है, लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है। अगर अस्पताल प्रशासन मरीजों के प्रति गंभीर हो जाए तो काफी सुधार लाया जा सकता है। यहां पर दवाओं की संख्या तत्काल बढ़ाने की जरूरत है। मरीजों को बुखार की गोली भी नहीं मुहैया कराई जा रही है। पैरासिटामोल की गोली ही बुखार के लिए कारगर हो सकती है, जिसकी बहुत ही मामूली कीमत है। लेकिन, उसे भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। मरीजों को अधिकांश दवाएं बाहर से लानी पड़ रही हैं। इसके अलावा डॉक्टरों का राउंड बढ़ाने की जरूरत है ताकि सही समय पर मरीजों का समुचित इलाज किया जा सके। समुचित जांच की व्यवस्था :
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि पीएमसीएच में डेंगू मरीजों की जांच एवं इलाज की व्यवस्था की गई है। यहां पर मरीजों का मुफ्त में इलाज किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति तेज बुखार होने पर, शरीर पर लाल-लाल दाना निकलने पर अपनी जांच करा सकता है। दवाओं की संख्या बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। वहीं पीएमसीएच के मेडिसीन विभाग के हेड डॉ. एमपी सिंह का कहना है कि डेंगू मरीजों पर काफी नजर रखी जा रही है। अगर किसी मरीज को डॉक्टरों के प्रति शिकायत है तो इमरजेंसी के कमरा नंबर 120 में तत्काल शिकायत कर सकता है और वह मरीज को जाकर अविलंब देखेंगे। डॉक्टर नहीं देखते हैं, तो कंट्रोल रूम में भी शिकायत की जा सकती है।