CoronaVirus: बिहार में कोरोना के साथ बर्ड व स्वाइन फ्लू की दहशत, फिर मरे मिले एक दर्जन कौवे
बिहार के कोरोना का संकट बढ़ रहा है। इस बीच मुंगेर में एक दर्जन कौवों की मौत हो गई। हाल के दिनाें में जगह-जगह ऐसे और मामले भी मिले हैं। राज्य में पांच सौ से अधिक सूअर भी मरे हैं।
पटना, जागरण टीम। कोरोना के खौफ के बीच बिहार में बर्ड फ्लू (H5N1 Virus) और स्वाइन फ्लू (H1N1 Virus) कहर ढ़ा रहे हैं। सोमवार को मुंगेर सदर प्रखंड में एक दर्जन कौवों की मौत का मामला सामने आया। इसके पहले जगह-जगह सैकड़ों पशु-पक्षियों की मौत हो चुकी है। स्वाइन व बर्ड फ्लू ने इंसानों को भी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है। मुुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वाइन फ्लू व बर्ड फ्लू को देखते हुए आवश्यक कार्रवाई तथा पशु-पक्षियों की लगातार हो रही अप्राकृतिक मौतों पर नजर रखने का आदेश दिया है।
सोमवार को मुंगेर में एक दर्जन कौवों की मौत
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को मुंगेर की महुली व नौवागढ़ी पंचायतों में करीब एक दर्जन कौवों को मरा पाया गया। इससे पहले मुंगेर के हवेली खडग़पुर प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में हाल के दिनों में पक्षियों की मौत हो चुकी है। जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. श्रवण कुमार भगत ने बताया कि मृत कौवों से सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेजे गए हैं।
पूर्वी चंपारण में भी हो चुकी 26 कौवों की मौत
इसके पहले शनिवार को पूर्वी चंपारण के पताही थाना क्षेत्र के देवापुर गांव में 26 कौवे मृत मिले थे। देवापुर पंचायत की मुखिया प्रमिला देवी के प्रतिनिधि वेदानंद झा ने बताया कि पताही के पशु चिकित्सक डॉ. आलोक कुमार सिंह ने घटनास्थल को सेनेटाइज किया। फिर, जांच के लिए सैंपल पटना भेजे गए।
पटना-बक्सर में भी मरे मिले कौवे, कबूतर व चमगादड़
इसके अलावा, पटना में पिछले सप्ताह दो दर्जन से अधिक कौवों की मौत हो गई थी। पटना हाईकोर्ट के निकट कुछ चमगादड़ भी मरे मिले थे। जगह-जगह कबूतर आदि अन्य पक्षियों के मरे की भी सूचना मिली है। बक्सर में भी जगह-जगह कौवों के मरने की खबर है।
भागलपुर व रोहतास में मरे 500 से अधिक सूअर
उधर, भागलपुर एवं रोहतास जिलों में बड़ी संख्या में सूअरों की मौत भी हुई है। केवल भागलपुर में ही एक सप्ताह में 500 से अधिक सूअरों की मौत हुई। रोहतास में भी पांच दर्जन से अधिक सूअर मरे हैं। बीते
शुक्रवार को मधुबनी कोर्ट परिसर में एक साथ आठ कुत्तों की मौत हो गई।
इंसानों में भी मिलने लगे स्वाइन व बर्ड फ्लू के मामले
बिहार में बर्ड व स्वाइन फ्लू ने इंसानों बीच भी पांव पसारना याुरू कर दिया है। हाल के दिनों में स्वाइन फ्लू के आधा दर्जन से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं। बीते छह मार्च को एक युवती में पहली बार स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी। पटना सिटी की इस युवती की जांच कोरोना के संदेह में की गई तो स्वाइन फ्लू का पता चला। बिहार में स्वाइन व बर्ड फ्लू के कई मामले सामने आ चुके हैं।
बर्ड व स्वाइन फ्लू को ले सीएम नीतीश गंभीर
बिहार में बर्ड फ्लू व स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव एन सरवन कुमार ने मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पटना, मुंगेर, नालंदा, नवादा आदि जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। राज्य के अन्य जिलों से भी पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने भागलपुर व रोहतास में स्वाइन फ्लू की भी जानकारी दी। इसके बाद मुुख्यमंत्री ने स्वाइन फ्लू व बर्ड फ्लू को ले आवश्यक कार्रवाई का आदेश जारी किया।
- केरल से शुरू हुआ बर्ड फ्लू, बड़ी संख्या में मारी गई मुर्गियां। बर्ड फ्लू की शुरुआत केरल से हुई। केरल के कोझिकोड में आठ मार्च को बर्ड फ्लू के दो मामले सामने आए थे। वहां बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हाल ही में वहां मुर्गियों को मारने का आदेश दिया गया।
- केरल व बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश व पश्चिम बंगाल में भी बर्ड व स्वाइन फ्लू। केरल के अलावा यूपी के वाराणसी में फरवरी में काफी संख्या में कौवों की मौत की खबर मिली। जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि भी हुई। बर्ड फ्लू के अलावा यूपी के मेरठ व लखलऊ में स्वाइन फ्लू के भी मामले मिले। ऐसे मामले पश्चिम बंगाल में भी मिले हैं।