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राजस्व विभाग की रैंकिंग में पंडौल के सीओ को पहला स्थान, चेनारी के सीओ को आखिरी स्‍थान

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के जनवरी के आकलन में मधुबनी जिला के पंडौल अंचल के सीओ (अंचलाधिकारी) ने सबसे अच्छा काम किया। रोहतास जिले के चेनारी के सीओ को आखिरी स्थान मिला। राज्य में 534 अंचल हैं। यह मूल्यांकन सौ अंक के आधार पर होता है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 10:08 AM (IST)Updated: Sun, 14 Feb 2021 10:08 AM (IST)
राजस्व विभाग की रैंकिंग में पंडौल के सीओ को पहला स्थान, चेनारी के सीओ को आखिरी स्‍थान
बिहार सरकार के राजस्‍व विभाग ने जारी की सीओ की रैंकिंग।

पटना, राज्य ब्यूरो। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के जनवरी के आकलन में मधुबनी जिला के पंडौल अंचल के सीओ (अंचलाधिकारी) ने सबसे अच्छा काम किया। रोहतास जिले के चेनारी के सीओ को आखिरी स्थान मिला। राज्य में 534 अंचल हैं। यह मूल्यांकन सौ अंक के आधार पर होता है। परिमार्जन, म्यूटेशन, ऑनलाइन एलपीसी, लोक भूमि अतिक्रमण, अभियान बसेरा आदि कार्यों में सीओ की सक्रियता के लिहाज से अंक निर्धारित किए गए हैं। सबसे अधिक 50 अंक म्यूटेशन के लिए है।

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भागलपुर के लिए जनवरी का आकलन बाकी जिलों से अलग रहा। अच्छी उपलब्धियों के लिए जिले के इस्माइलपुर के सीओ को राज्य भर में दूसरा स्थान मिला। दूसरी तरफ इसी जिले के कहलगांव के सीओ ा  532 वें नम्बर पर रहे। वे खराब काम करने वालों की रैंकिंग में वे तीसरे नम्बर पर रहे। इस रैंक में पहले नम्बर पर रोहतास जिला के चेनारी और दूसरे नम्बर पर अररिया जिले के भरगामा अंचल के सीओ हैं। इस्माइलपुर के सीओ को परिमार्जन पोर्टल के लिए निर्धारित पूरे 20 अंक मिले।

इनसेट

जनवरी के टॉप 10 अंचल हैं

पंडौल (मधुबनी), इस्माइलपुर (भागलुपर), अलीनगर (दरभंगा), बलरामपुर (कटिहार), थावे (गोपालगंज), चौसा (बक्सर), मेेजरगंज (सीतामढ़ी), राघोपुर (वैशाली), मेसकौर (नवादा) एवं बड़हिया (लखीसराय)।

ये हैं 10 पिछड़े अंचल

चेनारी(रोहतास), भरगामा (अररिया), कहलगांव (भागलपुर), कुशेश्वरस्थान पूर्वी (दरभंगा), सौर बाजार (सहरसा), चौसा (मधेपुरा), डुमरा (सीतामढ़ी), बनमंखी (पूर्णिया), सिंघेश्वर (मधेपुरा) एवं बैरिया (पश्चिमी चंपारण)।

लगातार पिछड़े तो कार्रवाई

लगातार पिछड़ने वाले अंचल अधिकारियों के खिलाफ विभाग कार्रवाई की तैयारी में है। विभाग समीक्षा कर रहा है कि मूल्यांकन की नई प्रणाली लागू होने के बाद कौन अंचल हरेक मानक पर लगातार पिछड़ता रहा है। दूसरी तरफ बेहतर काम करने वाले अंचल अधिकारियों को ईनाम के तौर पर प्रशस्ति पत्र और नकद राशि देने का प्रावधान किया गया है। कामकाज के मूल्यांकन के दायरे में अनुमंडलों में तैनात डीएसीएलआर और जिला मुख्यालयों में तैनात एडीएम के अलावा पंचायतों के हलका कर्मचारी भी हैं। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय अपने वेतन से साल में एक बार ईनाम देंगे। इस मद में वे एक लाख 11 हजार रुपया देंगे।


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