घर में पधारो गजानंद जी..
गणेश चतुर्थी के पहले दिन से ही घरों से प्रसाद की खुशबू आने लगी है।
गणेश चतुर्थी के पहले दिन से ही घरों से प्रसाद की खुशबू आने लगी है। कहीं मोदक बनाए जा रहे हैं तो कहीं आटे के चुरमे के साथ भोग की तैयारी चल रही है। इस बार राजधानीवासियों ने पूरी श्रद्धा के साथ गणेश पूजा करने की तैयारी कर ली है। पटना के किसी घर में मूर्ति पुणे से मंगवाई गई है तो कहीं लाल बाग के राजा की तरफ सिंघासन पर भगवान को विराजमान करने की तैयारी चल रही है। इस गणेश चतुर्थी घरों की तैयारियों पर पढ़ें रिपोर्ट।
--------------------------
लालाबाग के राजा की तरह की जाती है पूजा
एक्जीबिशन रोड की रहने वाली पुष्पा अपने भाई हर्षबर्धन के साथ मिलकर पिछले दस साल से घर में ही गणेश पूजा कर रही हैं। पुष्पा बताती हैं, गणेश जी को हमारे घर में बहुत माना जाता है। किसी भी शुभ काम के पहले हम भगवान गणेश की ही पूजा करते हैं। कुछ साल पहले भाई ने पूछा था कि क्या हम अपने घर में गणेश पूजा कर सकते हैं? तब से मुंबई में जैसे लाल बाग की पूजा होती है वैसे ही हमारे घर पर गणेश चतुर्थी का आयोजन होता है। गणेश पूजा के एक दिन पहले पूरे घर की सफाई की जाती है। भाई के साथ मिलकर सुबह की आरती से लेकर शाम की पूजा हम साथ में करते हैं। परिवार के लोग प्रसाद बनाने और बाकी कामों में हमारी मदद करते हैं।
एक हजार गणेश मूर्तियों के साथ होगी पूजा
बो¨रग रोड के डॉ. आशुतोष पिछले 10 साल से गणेश पूजा पूरी धूम-धाम से करते आ रहे हैं। आशुतोष बताते हैं, जब वो मुंबई में रह कर पढ़ाई कर रहे थे तब से उन्हें इच्छा थी कि अपने घर में भी भगवान की पूजा करें। पढ़ाई पूरी कर के जब से बिहार वापस आया तब से लगातार गणेश पूजा कर रहा हूं। अभी तक गणेश भगवान की एक हजार से ज्यादा मूर्ति है। इन मूर्तियों की पूजा लगातार दस दिन तक होती है। साथ ही कोशिश रहती है कि हर बार गणेश पूजा अलग और खास तरीके से हो। जैसे इस बार फीट की मूर्ति के साथ पूजा होगी और साथ ही संगीत संध्या का भी आयोजन किया जाएगा।
पुणे से लाई जाती है गजानंद की प्रतिमा
बाकरगंज के संतोष पवार पिछले छह साल से गणेश मूर्ति घर में स्थापित कर रहे हैं। संतोष बताते हैं कि उनके माता पिता ने ये परंपरा शुरू की थी। जिसको आगे बढ़ाते हुए हर साल हम घर में गणेश जी की पूजा पूरी धूम-धाम से करते हैं। पवार बताते हैं कि गणेश पूजा से पहले पुणे से मूर्ति मंगवाते हैं और पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जाती है। इस बार भी मूर्ति आ गई है। संतोष बताते हैं कि घर में ही भगवान को भोग लगाने के लिए प्रसाद, खास कर के मोदक वो घर पर ही बनाते हैं। पूजा को खास बनाने के लिए घर के सारे लोग एक निश्चित स्थान पर पूजा करते हैं और इस पूजा के माध्यम से एक सारे लोगों का मिलना भी हो जाता है।
अद्भुत सिंघासन पर विराजेंगे गणपति
बो¨रग रोड के रहने वाले राहुल चार साल से गणेश पूजा कर रहे हैं। वो बताते हैं कि जब वो अपने किसी काम के लिए मुंबई में थे। तब उन्होने गणेश पूजा वहां देखी थी। तब से मन में इच्छा हुई कि हम भी ये पूजा अपने घर में करें। तब से लेकर अभी तक ये पूजा पूरी विधि विधान के साथ पूरा परिवार मिल कर करता है। हर साल पूजा को खास बनाने के लिए हम अलग-अलग तरह की मूर्ति मंगवाते हैं। लाल बाग के राजा की तरह भगवान को उनके सिंघासन पर बैठाते हैं। पूरे दस दिन उनकी पूजा करते हैं और शाम में प्रसाद वितरण करते हैं।