विपक्ष का दावा- चुनाव परिणाम से भाजपा नेताओं के चेहरे पर शिकन
गुजरात व हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों पर भाजपा विरोधी दलों के नेताओं के बयान आने लगे हैं। आइए देखें, किसने क्या कहा।
पटना [जेएनएन]। गुजरात व हिमाचल प्रदेश में भाजपा की जीत को लेकर भाजपा विरोधी दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि चुनाव परिणाम से भाजपा नेताओं के चेहरे पर शिकन आ गई है। उधर राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने दावा किया कि अब भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। आइये डालते हैं एक नजर, किसने क्या कहा....
कौकब कादरी (बिहार कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष): गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद बिहार कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि गुजरात का चुनाव परिणाम यह दर्शाता है कि भाजपा के आभामंडल में छेद हो चुका है। गुजरात में कांग्रेस का प्रदर्शन देख भाजपा तो चिंतित है ही बिहार के जनता दल यू के नेताओं के माथे पर भी बल पड़ गया है।
भाजपा ने गुजरात चुनाव में पाकिस्तान और औरंगजेब जैसे निम्न स्तर के शब्दों का इस्तेमाल कर विकास के मुद्दे से हटकर धु्रवीकरण की राजनीति के सहारे विजयी तो हासिल कर ली, लेकिन उनके प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष के पसीने छूट गए।
कादरी ने कहा कि राहुल गांधी के सफल नेतृत्व एवं अथक प्रयास का परिणाम है कि गुजरात में कांग्रेस के प्रदर्शन ने कार्यकर्ताओं में नए उत्साह और उर्जा का सृजन किया है। आगे आने वाले दिनों में विभिन्न राज्यों में होने वाले चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन राहुल गांधी के नेतृत्व में अद्वितीय होगा।
उन्होंने कहा हिमाचल के चुनाव परिणाम पर कांग्रेस पार्टी मंथन करेगी लेकिन असली चिंतन तो भाजपा को करना होगा क्योंकि उनके प्रस्तावित मुख्यमंत्री प्रेम सिंह धूमल अपना चुनाव तक नहीं जीत सके। कादरी ने कहा गुजरात में भाजपा के संघर्ष रहित परिणाम और कांग्रेस का प्रदर्शन देख बिहार में जदयू और भाजपा नेताओं के माथे पर बल पड़ गया है।
अशोक चौधरी (बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष): गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम पर बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा है कि गुजरात में रणनीति बनाने में चुक हुई है। कांग्रेस को अपने संगठन पर विश्वास करना चाहिए। हार्दिक, जिग्नेश और कल्पेश जैसे नेतााओं को तव्वजो देने के बजाय पार्टी को अपने लोगों पर विश्वास करना चाहिए।
अशोक चौधरी ने कहा कि सवाल ये भी है कि आखिर हमलोग हार्दिक, जिग्नेश और कल्पेश जैसा नेता क्यों नहीं पैदा कर सकते। कांग्रेस काफी पुरानी पार्टी है। चुनाव में निश्चित तौर पर चुक हुई है। हमलोग इसे संकलित कर नई रणनीति बनाकर लोगों के बीच जाएंगे।
शिवानंद तिवारी (राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष): गुजरात चुनाव में भाजपा की जीत को राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने ने मामूली करार दिया है और कहा है कि पिछले चुनाव की तुलना में कांग्रेस ने वहां बेहतर प्रदर्शन किया है। गुजरात के नतीजे से यह साफ हो गया है कि देश में भाजपा का एकाधिकार खत्म हो रहा है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कड़ी टक्कर देगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा का इकबाल भी धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। वर्ष 2012 के मुकाबले कांग्र्रेस का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए शिवानंद ने कहा कि अपने गृह प्रदेश में प्रचार के दौरान उन्होंने जिस तरह का आचरण पेश किया, वह राजनीतिक शुचिता के अनुकूल नहीं है। इतने बड़े लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री को अपने पद की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए था।
शिवानंद ने कहा की पीएम ने पाकिस्तान और अलाउद्दीन खिलजी को पवित्र गाय बनाकर वोट दुहने की कोशिश की। गुजरात पहले से ही हिन्दुत्व की प्रयोगशाला रहा है। कांग्रेस ने अपने साथ नौजवानों को जोडऩे का प्रयास किया है और राहुल गांधी इसमें काफी हद तक सफल भी दिख रहे हैं।
कुणाल [माकपा नेता]: भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने दो राज्यों के चुनावी नतीजे पर कहा है कि भाजपा ने जिस तरह आतंक और उन्माद फैलाकर चुनाव लड़ा। उसने भारी बहुमत के साथ जीत का दावा किया था, लेकिन जनता ने उसके मंसूबे पर पानी फेर दिया है। भाजपा के दावे के विपरीत चुनावी नतीजे आए हैं। इससे वामपंथी एवं लोकतांत्रिक शक्तियों को एकजुट होकर जनता के सहयोग से भाजपा समेत सांप्रदायिक ताकतों से लडऩे में मदद मिलेगी।
रामचंद्र पूर्वे (राजद नेता): गुजरात चुनाव में नरेंद्र मोदी ने 20 सभाएं की। बाबर, औरंगजेब और पाकिस्तान तक का नाम लिया। इसके बावजूद उसकी सीटें घटती दिख रही है। अमित शाह ने दावा किया था कि गुजरात में 150 से अधिक सीटें जीतेेंगे, कहां गया वो दावा? भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।