सदर अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से ऑपरेशन ठप
श्री गुरु गोविद सिंह सदर अस्पताल में दो साल से स्थायी अधीक्षक न होने के कारण यहां व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है।
जागरण संवाददाता, पटना सिटी : श्री गुरु गोविद सिंह सदर अस्पताल में दो साल से स्थायी अधीक्षक न होने के कारण यहां की चिकित्सा व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है। इसका खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां के अधिकांश डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति दूसरी जगहों पर कर दिए जाने से पूरा अस्पताल आठ डॉक्टरों के बूते ही चल रहा है। डॉक्टर के नहीं होने की वजह से ही यहां मरीजों का ऑपरेशन ठप हो गया है। मरीज रेफर किए जा रहे हैं। कई विभागों का ओपीडी बंद है। महिला और पुरुष मरीज को अलग कर एक-दो डॉक्टर द्वारा सामान्य ओपीडी चलाया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण अस्पताल के उपयोगिता को बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
सदर अस्पताल की कार्यकारी अधीक्षक डॉ. दीपा मणि मजुमदार ने बताया कि जुलाई से लेकर अब तक एक भी ऑपरेशन नहीं हुआ है। अधिकांश डॉक्टर प्रतिनियुक्ति पर हैं। स्त्री एवं प्रसूति विभाग में तीन महिला डॉक्टर होने के कारण 88 गर्भवती का नार्मल प्रसव करा गया। ऑपरेशन केवल एक महिला का ही हो सका। एक महीना में केवल 42 मरीजों को ही भर्ती कर इलाज किया गया। कार्यकारी अधीक्षक ने बताया कि ओपीडी में 4853 मरीजों को देखा गया। इसके बाद डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति होने से एक-दो डॉक्टर के बूते ही ओपीडी चल रहा है। - अधिकांश डॉक्टर प्रतिनियुक्ति पर, एक-दो डॉक्टर के बूते ओपीडी
- आने वाले मरीजों व उनके स्वजनों को झेलनी पड़ रही परेशानी
- कोरोना काल में सामान्य बीमारियों के इलाज पर भी आ रही आफत