coronavirus: पटना के महावीर मंदिर में नहीं बजेगी घंटी, चैती छठ मेले पर भी काेरोना वायरस का असर
बिहार में कोरोना वायरस का साइड इफेक्ट अब मंदिरों पर भी पड़ने लगा है। पटना के महावीर मंदिर में मैन्यूअल पूजा को बंद कर दिlया गया है। मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ मंदिर में भी दर्शन बंद।
पटना, जेएनएन। बिहार में कोरोना वायरस का साइड इफेक्ट अब मंदिरों पर भी पड़ने लगा है। पटना के महावीर मंदिर में मैन्यूअल पूजा को बंद कर दिया गया है। सिर्फ ऑनलाइन पूजा होगी। इसके साथ ही मंदिर में घंटी बजाने पर भी रोक लगा दी गई है। हालांकि, दर्शन पर किसी तरह की रोक नहीं है। मंदिर प्रशासन प्रसाद को घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगा। वहीं, मुजफ्फरपुर के फेमस गरीबनाथ मंदिर को भी बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं, कोरोना के चलते औरंगाबाद स्थित भगवान भास्कर की धरती उलार में होने वाले चैती छठ मेले का आयोजन भी रद्द कर दिया गया है। शुक्रवार की आरती के बाद मंदिर में ताला लगा दिया गया। इसी तरह, बोधगया में भगवान बुद्ध की प्रतिमा के दर्शन पर 31 मार्च तक रोक लगा दी गई है।
महावीर मंदिर में दर्शन पर रोक नहीं, पर होगी सिर्फ ऑनलाइन पूजा
पटना के महावीर मंदिर में भी शुक्रवार से कोरोना वायरस का असर दिखने लगा है। महावीर मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन पर तो कोई रोक नहीं है, लेकिन मैन्यूअल पूजा पर 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी गई है। महावीर मंदिर के प्रशासक किशोर कुणाल का कहना है कि सरकार की एडवाइजरी का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। लेकिन अलग से भी मंदिर प्रशासन ने इनिशिएटिव लिया है। मंदिर में घंटी बजाने पर रोक लगा दी गई है। फूलों की दुकानों को बंद करा दिया गया है। ऑनलाइन पूजा की व्यवस्था रहेगी। ऑनलाइन पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को घर पर ही प्रसाद भेजने की व्यवस्था होगी।
बाबा गरीब स्थान व भैरव स्थान मंदिर 31 मार्च तक बंद
मुजफ्फरपुर से जेएनएन के अनुसार, कोरोना वायरस को लेकर बाबा गरीब स्थान मंदिर 22 मार्च से लेकर 31 मार्च तक भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है। मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण बाबा का मंदिर 31 मार्च तक बंद रहेगा। इस बीच तीन टाइम की पूजा पुजारी के द्वारा ही की जाएगी। मंदिर में किसी प्रकार का प्रवेश या पूजा नहीं होगी। औराई स्थित भैरव स्थान मंदिर को भी भक्तों के लिए 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। वहीं, कटरा के चामुंडा मंदिर, मां छिन्नमस्तिका मंदिर कांटी और मां भष्मी देवी मंदिर में साफ सफाई की विशेष व्यवस्था मंदिर प्रशासन की ओर से की गई है।
आैरंगाबाद में छठ पूजा मेला का आयोजन रद्द
औरंगाबाद स्थित भगवान भास्कर की धरती उलार में भी कोरोना वायरस को लेकर असर पड़ा है। चैती छठ मेला का अायोजन रद्द कर दिया गया है। कोरोना को लेकर उलार में भगवान भास्कर की पूजा पर रोक लगा दी गई है। मंदिर के पट अगले आदेश तक बंद कर दिए गए हैं। मुख्य गेट पर ताला लगा रहेगा। चैती छठ की तैयारी को लेकर शुक्रवार को एसडीओ सुरेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में मंदिर के पुजारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई थी। आसपास इलाके में कोरोना का कोई संदिग्ध मरीज नहीं मिला है। फिर भी प्रशासन एहतियात बरत रहा है। उलार सूर्य मंदिर में चैती छठ के दौरान काफी संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा के लिए आते हैं। चार दिवसीय छठ अनुष्ठान में लाखों लोग मंदिर के आसपास किराये का कमरा लेकर ठहरते हैं। अत्यधिक भीड़ के कारण उलार छठ मेले के आयोजन पर रोक लगाई गई है। बता दें कि 28 मार्च से चैती छठ शुरू हो रहा है। 28 मार्च का नहाय खाय, 29 मार्च को खरना, 30 मार्च को सांध्य अर्घ्य तथा 31 मार्च को पारण है। चैती छठ मेला के रद्द होने से लोगों में निराशा है।
बोधगया में भगवान बुद्ध की प्रतिमा के दर्शन पर 31 मार्च तक रोक
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यटनस्थली बोधगया में स्थित भगवान बुद्ध की 80 फीट की प्रतिमा के दर्शन पर रोक लगा दी गई है। यह रोक आगामी 31 मार्च तक प्रभावी रहेगी। शुक्रवार को इस संबंध में मंदिर प्रबंधन से जुड़े दाईजोक्यो बुद्धिस्ट मंदिर प्रशासन की ओर से एक सूचना चस्पा कर दी गई। इसके बाद मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया गया।