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नोटबंदी के एक साल: बिहार में मिला भरपूर समर्थन, लाइन में नहीं हुई एक भी मौत

नोटबंदी को एक साल पूरे हो गए, इस दौरान पूरे देश में कहीं इसकी सराहना की गई, कहीं इसे गलत बताया गया। लेकिन, बिहार की जनता ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया।

By Kajal KumariEdited By: Published: Wed, 08 Nov 2017 08:28 AM (IST)Updated: Wed, 08 Nov 2017 11:24 AM (IST)
नोटबंदी के एक साल: बिहार में मिला भरपूर समर्थन, लाइन में नहीं हुई एक भी मौत
नोटबंदी के एक साल: बिहार में मिला भरपूर समर्थन, लाइन में नहीं हुई एक भी मौत

पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार की जनता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी के दौरान तमाम दुश्वारियों के बावजूद केंद्र सरकार के इस बड़े फैसले का स्वागत किया था। नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर जहां सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने खड़े हैं, वहीं लगातार कई महीनों तक नोटबंदी के प्रभाव से राज्य की आर्थिक व्यवस्था के कई महीनों तक अस्त-व्यस्त रहने के बावजूद सरकार को बिहार की जनता का भरपूर समर्थन और साथ मिला।

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तब बिहार देश में शायद ऐसा पहला गैर भाजपा शासित राज्य था जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी के फैसले का खुलकर समर्थन किया था। बता नें कि एक साल पूर्व बिहार की राजनीतिक स्थिति ऐसी नहीं थी। तब महागठबंधन की सरकार की दो प्रमुख पार्टियों, राजद व कांग्र्रेस ने नोटबंदी के एलान के बाद से ही विरोध का परचम लहरा दिया था।

बिहार शायद देश का इस मामले में भी पहला राज्य हो जहां नोटबंदी के बाद बैंकों की लाइन में खड़े किसी शख्स की मौत नहीं हुई थी। एटीएम के बाहर भले ही लाइनें लंबी थी लेकिन इन लाइनों में खड़े होने वाले किसी व्यक्ति के साथ कोई दुर्घटना नहीं हुई।

नोटबंदी ने बिहार के सक्रिय नक्सलियों की कमर तोड़ दी। इसका सबसे उदाहरण यह कि पिछले एक साल में राज्य में सक्रिय नक्सली ऐसी किसी घटना को अंजाम देने में विफल रहे हैं, जिससे नक्सलियों की कोई चर्चा हो।

आयकर विभाग के सूत्रों की मानें तो नोटबंदी के बाद बिहार में करीब 15 हजार करोड़ के कालेधन का पता चला है। फिलहाल इससे संबंधित मामलों की जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। नोटबंदी के बाद बिहार में ऐसी कई फर्जी कंपनियों का भी खुलासा हुआ, जो बिना किसी व्यवसाय के ही हर साल करोड़ों का मुनाफा कमा रही थी।

सुरक्षा के व्यापक इंतजाम 

राज्य पुलिस मुख्यालय ने नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर राज्य के सभी जिलों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। हंगामा करने वालों, रेल व सड़क यातायात बाधित करने वालों के साथ सख्ती से निपटने के आदेश सभी जिलों के डीएम व एसपी को जारी कर दिए गए हैं। ट्रेन परिचालन बाधित करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के साथ सख्ती से निपटने का निर्देश दिया गया है।


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