शादी तय होते ही बुआ और भतीजी ने बक्सर में उठाया खौफनाक कदम, दुपट्टे से हाथ बांध गंगा में कूदीं
बिहार के बक्सर में एक ही गांव की दो युवतियों के पुल से गंगा में कूद जाने के मामले ने हर किसी को चौंका दिया है। घटनाक्रम को पूरी तरह गौर करने पर कहानी काफी हद तक खुद ब खुद साफ होती दिख रही है।
बक्सर, जागरण संवाददाता। बिहार के बक्सर में एक ही गांव की दो युवतियों के पुल से गंगा में कूद जाने के मामले ने हर किसी को चौंका दिया है। पुलिस अभी स्वजनों से बयान लेकर सच्चाई जानने की कोशिश में जुटी है, लेकिन घटनाक्रम को पूरी तरह गौर करने पर कहानी काफी हद तक खुद ब खुद साफ होती दिख रही है। बक्सर में गंगा आजकल पूरी तरह उफनाई हुई हैं। जलस्तर बढ़ने के साथ ही बहाव भी काफी तेज हो गया है। इस बीच इटाढ़ी के एक गांव की दो युवतियां सोमवार को बक्सर और बलिया के बीच बने वीर कुंवर सिंह पुल पर पहुंचीं और अचानक गंगा में छलांग ला दीं। इनमें से एक युवती की शादी कुछ ही दिन पहले तय हुई है।
पुल निर्माण में लगे लोगों ने एक को बचाया
यह तो संयोग रहा कि कुछ ही मीटर के फासले पर नए पुल के निर्माण में जुटी कंपनी के स्टाफ ने अपनी बोट के जरिये दोनों को तुरंत बाहर निकाल लिया, हालांकि तब तक एक की मौत हो चुकी थी। दोनों को गंगा में जाल डाल कर बाहर निकालने के बाद लोगों ने देखा कि उनका हाथ एक-दूसरे से बांधा हुआ है। बताया जाता है कि दोनों युवतियों को गोलंबर पर एकसाथ किसी ऑटो से उतरते लोगों ने देखा था। दोनों युवतियों ने एक ही रंग और डिजाइन के कपड़े पहन रखे थे, इसलिए अधिकांश लोगों की निगाहों में आई थी। इसके बाद वे दोनों पैदल ही गंगा पुल की ओर बढ़ गई थी। रास्ते में मौजूद दोनों चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस को भी दोनों को एकसाथ पैदल जाते देखकर कुछ संदेह तो हुआ था, पर मामला युवती का होने के कारण कोई उन्हें टोक नहीं सका।
युवती ने जताई थी मरने की इच्छा
इस हादसे में बच गई युवती ने होश में आने के बाद बताया कि घर से दोनों पूजा करने के नाम पर निकल कर बक्सर गोलंबर पहुंची थी। पुल पर आगे जाने के बाद दोनों ने मरने की बात तय की और एक-दूसरे के हाथ अपने दुपट्टे से बांधने के बाद गंगा में कूद पड़ीं।
पहले भी खा चुकी थी जहर
घटना की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल पहुंचे स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों युवतियां आपस में बुआ भतीजी हैं। घरवालों की माने तो जीवित बची युवती ने इस घटना के पहले भी जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। तब भी काफी मुश्किल से उसकी जान बची थी। जान गंवाने वाली युवती की कुछ ही दिनों पूर्व मंगनी हुई थी। अगले लग्न में उसकी शादी होनी तय थी।
जानिए मनोविज्ञानी ने क्या कहा
सदर अस्पताल में तैनात मनोविज्ञानी डा. अनुराधा ने कहा कि इस संबंध में जब तक परिवार के लोगों से विस्तृत बात नहीं की जाती तब तक अनुमान से कुछ भी कहा नहीं जा सकता है। वैसे 20 से 25 की उम्र बेहद खतरनाक दौर होती है। दोनों की उम्र समान होने के साथ ही साथ रहते हुए समस्याएं भी समान होगी, तभी उन्होंने ऐसा कदम उठाया होगा। आजकल इंटरनेट मीडिया पर ऐसे दैहिक संबंधों का मामला भी खूब सामने आ रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि दोनों ऐसे ही किसी रिश्ते में जुड़ी हों, और जब एक की शादी तय हो गई तब उन्हें लगा होगा कि अब तो साथ नहीं रह पाएंगे, और इसी डिप्रेशन में आकर उन्होंने यह कदम उठा लिया हो। क्योंकि समाज आज भी ऐसे रिश्तों को स्वीकार नहीं कर रहा है ओर इसमें कई सारी बाधाएं मौजूद हैं।