लड़की ने खोला शेल्टर होम से फरारी का राज; एक पहुंची घर, तीन अभी भी लापता
पटना के आशा किरण शेल्टर होम से चार लड़कियां फिल्मी अंदाज में फरार हो गईं थीं। उनमें से घर लौटी एक लड़की ने घटना के संबंध में बताया है। उसने क्या कहा, आप भी जानिए इस खबर में।
पटना [जेएनएन]। राजधानी के पाटलिपुत्र थाना अंतर्गत नोट्रेडेम स्कूल कैंपस स्थित 'आशा किरण' शेल्टर होम से फरार चार लड़कियों में एक अपने घर पश्चिम बंगाल के 24 परगना पहुंच गई है। उसकी बहन ने पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष को इसकी जानकारी दी है। जबकि, शेष तीन का अभी तक पता नहीं चल सका है।
लड़की ने बताया, चारों कैसे हुईं थीं फरार
घर पहुंची लड़की ने बताया है कि वे लोग रविवार को शेल्टर हाेम से भाग कर पटना जंक्शन पहुंचीं, फिर वहां से ट्रेन पकड़कर अपने घर के लिए चलीं। अन्य लड़कियों ने भी अपने-अपने घर जाने की बात कही। शेल्टर होम से फरार हुईं चार किशोरियों में से तीन बिहार के अररिया, बक्सर और पटना की रहने वाली हैं, जिनका अभी तक पता नहीं चला है।
गौरतलब है कि रविवार की रात 11.55 बजे चारों आशा किरण शेल्टर होम की दूसरी मंजिल से दुपट्टे के सहारे खिड़की से नीचे उतरीं, फिर चारदीवारी फांद कर वहां से फरार हो गईं। इस बाबत शेल्टर होम संचालिका सिस्टर अलका के बयान पर पाटलिपुत्र थाने में मामला दर्ज कराया गया था। चारों नाबालिग हैं और कुछ ही दिनों से इस शेल्टर होम में रह रही थीं।
पहले भी हो चुकीं घटनाएं
विदित हो कि पूर्व में भी पटना में एकसी घटनाएं हो चुकी हैं। राजीव नगर थाना क्षेत्र के नेपाली नगर में स्थित आसरा गृह से चार युवतियों ने खिड़की के रास्ते से फरार होने का प्रयास किया था, लेकिन वे कामयाब नहीं हुईं थीं। घटना के दो माह बाद फिर इसी आसरा गृह से दो युवतियां भागने में कामयाब हुईं थीं। उनमें एक दानापुर थाना क्षेत्र में मिली थी, जबकि दूसरी का आज तक कोई सुराग नहीं मिला है। इसके बाद से ही शेल्टर होम की सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गया था।