पटना में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर 150 महिलाओं से ठग लिए डेढ़ लाख Patna News
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर पैसे वसूलने का एक बड़ा मामला सामने आया है। फिलहाल थाने पहुंचकर आरोपित ने पैसे लौटा दिए हैं।
पटना, जेएनएन। राजधानी में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। मसौढ़ी थाना के सतीस्थान मोहल्ला स्थित एक डॉक्टर के निजी मकान में एसजीआरएस एकेडमिक प्राइवेट लिमिटेड नामक संस्था द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत करीब 150 ग्रामीण महिलाओं को सिलाई-कटाई का प्रशिक्षण देने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। संस्था के संचालक द्वारा महिलाओं से ट्रेनिंग के नाम पर करीब डेढ़ लाख रुपये ठग लिए जाने की बात कही जा रही है।
इसे लेकर पीड़ित महिलाओं ने गुरुवार को संस्था के कार्यालय में जमकर हंगामा किया और आरोपी संचालक को पकड़कर उसे बंधक बनाकर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस की सख्ती के बाद संचालक ने मसौढ़ी थाने में ही उपस्थित करीब दर्जनभर महिलाओं को उनके पैसे वापस कर दिए। आरोप है कि संस्था के संचालक ने ट्रेनिंग के नाम पर प्रत्येक महिला से एक हजार रुपये लिए थे। उसने सभी महिलाओं को उनके पैसे जल्द वापस कर देने की बात कही।
वसूले थे एक-एक हजार रुपये
पुलिस ने उक्त मामले को सुलहनामा के तहत खत्म करा दिया। पीड़ित महिला भैंसवा की सरिता देवी, धनरुआ के दतमई की सीमा कुमारी, सुषमा कुमारी, सोनम कुमारी और बलियारी की सुनीता देवी समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि बीते एक वर्ष पूर्व जहानाबाद के मो. आविद ने सभी महिलाओं को मुफ्त सिलाई का प्रशिक्षण देने व प्रमाण पत्र के साथ रोजगार दिलाने का झासा देकर उनसे एक-एक हजार रुपये वसूल लिए थे। संस्था के द्वारा ली गई रकम की रसीद भी उन्हें दी गई थी।
ट्रेनिंग खत्म होने के बाद की थी पैसा लौटाने की बात
उन्हें कहा गया था कि उनका पैसा ट्रेनिंग खत्म हो जाने के बाद उनके बैंक खाते में वापस लौटा दिया जाएगा। लेकिन महिलाओं को प्रशिक्षण के बाद न तो प्रमाण पत्र दिया गया और न ही उन्हें रोजगार मिला। उनके पैसे भी वापस नहीं किए गए। इस संबंध में संस्था के संचालक मो. आविद ने बताया कि महिलाओं से किसी भी तरह की कोई ठगी नहीं की गई है। सभी से ली गई रकम की रसीद दी गई है। तकनीकी कारणों के चलते उनके पैसे वापस नहीं हो सके हैं। सभी महिलाओं को जल्द ही उनकी राशि लौटा दी जाएगी।