बिहार: एक मंच पर साथ दिखा महागठबंधन, तेजस्वी की फिसली जुबान तो कुशवाहा ने कही ये बात
बिहार में महागठबंधन के टूट की चर्चा के बीच एक बार फिर से महागठबंधन के नेता एकसाथ एक मंच पर दिखे। लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जुबान फिसल गई। जानिए क्या कहा...
पटना, जेएनएन। महागठबंधन में टूट की खबरों के बीच शनिवार को एक बार फिर एक मंच पर महागठबंधन की एकता दिखी। कार्यक्रम था राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि का, इस कार्यक्रम में महागठबंधन के घटक दल के सभी नेता एक साथ एक मंच पर दिखे और बिहार की एनडीए सरकार की नाकामी को उजागर किया।
तेजस्वी की फिसली जुबान
इस कार्यक्रम में मंच से तेजस्वी यादव ने जब संबोधित करना शुरू किया तो बार-बार उनकी जुबान फिसलती गई। वो राम मनोहर लोहिया की 52वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे लेकिन बार-बार-बार 92वीं जयंती बता रहे थे। एेसा लग रहा था कि तेजस्वी भाषण देने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर नहीं आये थे।
ना भाजपा से दोस्ती ना ही नीतीश की महागठबंधन में होगी वापसी
तेजस्वी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महागठबंधन में कभी वापसी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मेरे चाचा पलटूराम को अब पलटने से भी महागठबंधन में जगह नहीं मिलने वाली है। भाजपा से दोस्ती के सवाल पर तेजस्वी ने कहा, लालू जी के बाल सफेद हो गए, मेरे पिताजी ने भाजपा का रथ रोका था। अब हम भी भाजपा या RSS से न डरेंगे, झुकेंगे या कभी समझौता करेंगे। भाजपा से ना कोई समझौता ना हुआ है और ना ही भविष्य में कभी होगा।
नीतीश से मांगा इस्तीफा
तेजस्वी ने बिहार में लगातार हो रहे अपराध, हत्या और बलात्कार की घटनाओं पर बिहार की नीतीश सरकार को घेरा और कहा कि ये सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है। पटना में जलजमाव के मामले पर तेजस्वी ने नीतीश कुमार को घेरा और पूछा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछिए उनका 15 साल का विकास कहां है? पटना नगर निगम में 400 करोड़ का घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर अब तो नीतीश कुमारजी को इस्तीफा दे देना चाहिए।
ईगो छोड़ें महागठबंधन के नेता
तेजस्वी यादव ने मंच से महागठबंधन के नेताओं को संदेश देते हुए कहा कि सबको ईगो छोड़कर साथ आना चाहिए, तभी हम इस एनडीए का मुकाबला कर पाएंगे। इस तरह के बिखराव का विरोधी फायदा उठाएंगे और हमारी कमजोरी आने वाले समय में सबके लिए घातक साबित होगी। तेजस्वी ने इसके साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव Ballot Paper पर करवाने की भी मांग की।
बैलेट पेपर से हो विधानसभा का चुनाव
तेजस्वी यादव ने लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की हार के लिए ईवीएम को जिम्मेवार ठहराया और कहा कि हम हारे नहीं बल्कि हराए गए। इस बार विधानसभा चुनाव ईवीएम से नहीं, बैलेट पेपर से होना चाहिए। तेजस्वी ने महागठबंधन में एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि हमलोगों को 'ईगोÓ और स्वार्थ को छोड़ कर एक-दूसरे की मदद करनी होगी। उन्होंने कहा-अक्सर पूछा जाता है कि महागठबंधन का दूल्हा कौन होगा? आज हम भी मीडिया से पूछते हैं कि दुल्हन कौन होगी? ब्याह के लिए दूल्हा और बारात तैयार है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में करीब 15 वर्षों से जदयू की सरकार है और कुछ साल को छोड़ दें तो भाजपा भी इसका हिस्सा रही है, लेकिन पूरे प्रदेश में विकास कहां है? इतने वर्ष में विकास को बड़ा हो जाना चाहिए था। उन्होंनेे कहा-महागठबंधन एकजुट है, अटूट है। उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर आरक्षण को खत्म करने का आरोप लगाया। कहा कि जिसकी जितनी आबादी है, उसे उतना आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा-इस लड़ाई में विष पीने को भी हूं तैयार
मंच से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने इस मौके पर कहा कि अगर इस लड़ाई में मुझे विष भी पीना पड़े तो मैं पी लूंगा पर लोगों तक अमृत पहुंचाऊंगा। रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमें मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समारोह तो ट्रेलर है। विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन का असली मजमा गांधी मैदान में लगेगा। उन्होंने बिहार के विकास के सवाल पर सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार में नीतीश सरकार हर मोर्चे पर फेल हो चुकी है।
मुसलमानों की हिफाजत में अपनी जान लगा दो : शरद
शरद यादव ने मुसलमानों के प्रति बदले माहौल पर चिंता प्रकट करते कार्यकर्ताओं से कहा कि यदि किसी मुसलमान पर कोई हाथ उठाए तो अपनी जान लगा दो। आज देश अंधेरे में है। ऐसा 70 साल में कभी नहीं हुआ। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह केवल मंदिर-मस्जिद की बात करती है। उन्होंने कहा कि डॉ.लोहिया कहा करते थे कि सड़कें सुनसान हो जाएंगी तो संसद आवारा हो जाएगी, लेकिन आज संसद आवारा नहीं है, वहां तो भजन-कीर्तन हो रहा है। पहले संसद में राजनीति से तपे-तपाये लोग आते थे और अब सिनेमा और क्रिकेट के लोग आए गए। भाजपा और आरएसएस से संविधान खतरे में है। पिछले पांच वर्षों में देश में भाजपा की सरकार ने क्या काम किया?
जातिगत जनगणना प्रकाशित करे सरकार : मांझी
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिना किसी का नाम लिए राजनीति में जातिवाद और वंशवाद पर हमला बोला। कहा कि डॉ.लोहिया राजनीति में जातिवाद और वंशवाद के खिलाफ थे, लेकिन आज भी राजनीति में यह कायम है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने आरोप लगाया कि बिहार में सांप्रदायिक उन्माद फैलाया जा रहा है। यह खतरनाक संकेत है। उन्होंने नरेंद्र मोदी व अमित शाह का बिना नाम लिये कहा कि देश में दो व्यक्ति की सरकार है। भाजपा में भी तीसरे आदमी को बोलने की आजादी नहीं है।
ये सब भी बोले
समारोह को वीआइपी के मुकेश सहनी, भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायाण् सिंह, माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार, भाकपा माले के राजाराम सिंह, रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी एवं वृशिण पटेल, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश कुमार सिंह, राजद के वरिष्ठ नेता व विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी, एज्या यादव, शिवचंद्र राम आदि ने संबोधित किया। प्रदेश राजद अध्यक्ष डॉ.रामचन्द्र पूर्वे ने मंच संचालन किया। इस मौके पर वीआइपी के नेता मधुकर आनंद, विकास सिंह, रालोसपा के कोषाध्यक्ष राजेश यादव मौजूद थे।