प्रवेश पर रोक : गांधी सेतु पर अब ट्रक, ट्रैक्टर, पेट्रोल व गैस गाड़ी नहीं चलेंगे
पटना [जेएनएन]। कभी एशिया का सबसे लंबा पुल के नाम से जाने जाना वाला महात्मा गांधी सेतु इन दिनों जर्जर
पटना [जेएनएन]। कभी एशिया का सबसे लंबा पुल के नाम से जाने जाना वाला महात्मा गांधी सेतु इन दिनों जर्जर की स्थिति में है। यही नहीं इस सेतु पर लगातार वाहनों के जाम से यात्री परेशान है। पुल पार करने में इन्हें काफी परेशानी होती है। कभी कभी तो ऐसा होता है कि वाहनों की लंबी कतार पटना से वैशाली तक लग जाती है।
इसी के मद्देनजर महात्मा गांधी सेतु की बिगड़ती हालत एवं लगातार लग रहे भीषण जाम को लेकर जिला प्रशासन ने भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है। जिलाधिकारी एवं पटना पुलिस द्वारा गांधी सेतु पर जगह-जगह बैनर लगा कर चालकों को यह नई जानकारी दी जा रही है। सेतु पर वाहनों की संख्या कम हो जाने से जाम के हालात नहीं बने लेकिन गाड़ियों की संख्या बढ़ी रही। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मोकामा स्थित राजेन्द्र सेतु, आरा स्थित वीर कुंवर ¨सह पुल एवं दीघा स्थित जेपी पुल से गांधी सेतु पर प्रतिबंधित वाहनों को गुजारने का विकल्प दिया गया है। सेतु पर वाहनों के परिचालन की बदली व्यवस्था को सुचारू करने के लिए ट्रैफिक डीएसपी जगदानंद ठाकुर दलबल के साथ घंटों मौजूद रहे। ट्रकों एवं भारी वाहनों को सेतु पर प्रवेश करने से उन्होंने रोका तथा चालकों को नई व्यवस्था से अवगत कराया। सार्वजनिक किए गए जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार गांधी सेतु पर पटना से उत्तर बिहार की ओर जाने वाले सभी तरह के बड़े व्यवसायी वाहनों का प्रवेश 18 मई से ही रोका गया है। ट्रक, ट्रैक्टर, पेट्रोल एवं गैस गाड़ी तथा अन्य भारी वाहनों की आवाजाही वैकल्पिक मार्गों से होगी। पटना में उपयोग होने वाले सामानों को लाने ले जाने वाले मालवाहक वाहन रात्रि 11 बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक ही शहर में प्रवेश एवं निकास कर सकते हैं। यात्री वाहन, बस, पिकअव वैन तथा छोटे व्यवसायिक वाहनों का परिचालन गांधी सेतु पर जारी रहेगा। इस मामले में पूछे जाने पर ट्रैफिक एसपी पी एन मिश्रा ने कहा कि विज्ञापन जारी होने का इंतजार कीजिए। उसी के माध्यम से सेतु पर वाहनों के रोक संबंधित पूर्ण जानकारी दी जाएगी। गांधी सेतु पर भारी वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से रोकने की तैयारी पूरी कर ली गई है।