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ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को देख बिहार में बढ़ सकती है सख्ती, कोरोना जांच की व्यवस्था बदली

कोविड जांच के दौरान रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो संबंधित व्यक्ति के सैंपल रेकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराएं। इसके साथ ही जिलाधिकारियों और सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने प्रभार वाले क्षेत्र में विदेश से आने वालों पर नजर रखें और उनकी कोविड जांच कराएं।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 09:58 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 09:58 PM (IST)
ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को देख बिहार में बढ़ सकती है सख्ती, कोरोना जांच की व्यवस्था बदली
बिहार में ओमिक्रोन वैरिएंट को देखते हुए सख्ती बढ़ सकती है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते खतरों के बीच सरकार ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि यदि कोविड जांच के दौरान रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो संबंधित व्यक्ति के सैंपल रेकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराएं। इसके साथ ही जिलाधिकारियों और सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने प्रभार वाले क्षेत्र में विदेश से आने वालों पर नजर रखें और उनकी कोविड जांच कराएं। सोमवार को मुख्यसचिव त्रिपुरारी शरण ने दो अलग-अलग बैठक कर टीकाकरण से लेकर कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर पनपे हालात पर अफसरों के साथ समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग आपदा प्रबंधन समूह के साथ अन्य विभागों के अलावा जिलाधिकारी और सिविल सर्जन भी वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शामिल हुए। 

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स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मुख्य सचिव ने सबसे पहले टीकाकरण की समीक्षा की और जिन जिलों में टीकाकरण की रफ्तार कम है वहां टीकाकरण की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। जानकारी के अनुसार जमुई, लखीसराय, मधुबनी, प. चंपारण, शेखपुरा जैसे जिलों में अब तक औसतन कम टीकाकरण किया गया है। इन जिलों के डीएम को ज्यादा से ज्यादा टेस्ट और टीकाकरण कराने की हिदायत दी गई। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि कोविड के टेस्ट ज्यादा से ज्यादा कराए जाएं। यदि जांच के दौरान किसी की रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो संबंधित व्यक्ति के सैंपल लेकर उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को निर्देश दिए गए कि इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में जीनोम सिक्वेंसिंग की तत्काल व्यवस्था प्रारंभ करा दें। जिलाधिकारियों और सिविल सर्जनों को हिदायत दी गई है कि वे विदेश से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखें और मुख्यालय को इसकी जानकारी दें। 

जारी रहेंगी अनलाक की पाबंदियां, बढ़ सकती है और सख्ती


राज्य में कोरोना से बचाव के पाबंदियां आगे भी जारी रहेगी। 30 नवंबर यानी मंगलवार को अनलाक की मियाद समाप्त हो रही है। इससे पहले आज मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने अधिकारियों के साथ कोरोना के वर्तमान हालात को लेकर मंथन किया। जिसमें यह फैसला लिया गया कि सभी कामकाज पहले की तरह होंगे। लेकिन, कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करना होगा। मास्क का उपयोग अनिवार्य रहेगा। दुकानों, सरकारी एवं गैर सरकारी प्रतिष्ठानों के लोग हमेशा मास्क लगाए रहेंगे। इन प्रतिष्ठानों में आगंतुकों के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी। बैठक के बाद मुख्य सचिव ने बताया कि बैठक में ओमिक्रोन वैरिएंट को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। फिलहाल 15 दिनों तक स्थिति का आकलन किय जाएगा इसके बाद निर्णय लिया जाएगा कि आगे क्या करना है। फिलहाल 15 दिनों तक स्थिति पर नजर रखी जाएगी। 


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