मुंबई में कोरोना के नए स्ट्रेन से पटना में बढ़ा खतरा, स्टेशन-एयरपोर्ट पर यात्री नहीं करा रहे जांच
महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों कोरोना संक्रमण के मामले दिनोदिन बढ़ते जा रहे हैं। वहीं मुंबई समेत अन्य जगहों से बड़ी संख्या में होली पर प्रदेश लौटने वालों के साथ कोरोना संक्रमण फिर न लौट आए इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सतर्क हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, पटना: महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों कोरोना संक्रमण के मामले दिनोदिन बढ़ते जा रहे हैं। वहीं मुंबई समेत अन्य जगहों से बड़ी संख्या में होली पर प्रदेश लौटने वालों के साथ कोरोना संक्रमण फिर न लौट आए इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सतर्क हो गए हैं। इसमें दिक्कत यह है कि आमजन का कोरोना जांच में सहयोग नहीं मिल रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की मांग कर रहा है ताकि स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैंड पर बाहर से आने वाले सभी लोगों की आवश्यक रूप से जांच कराई जा सके।
कुछ दिन टीमें तैनात की थी पर किसी ने नहीं कराई जांच
कोरोना संक्रमण के खतरे के प्रति अभी आमजन जागरूक नहीं है। यही कारण है कि नए स्ट्रेन के सामने आने और एक बार फिर महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के जिलों में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के लिए एयरपोर्ट, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम नियुक्त की गई थी। तीन दिनों में एक भी यात्री ने कोरोना की जांच नहीं कराई। इसके बाद सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिख कर तीनों जगह मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात करने की मांग की थी ताकि बाहर से आने वाले सभी लोगों की आवश्यक रूप से जांच की जा सके।
ताकि संक्रमित नहीं पहुंच सकें घर-गांव
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की जांच इसलिए जरूरी है ताकि कोरोना संक्रमित होने पर वे अपने घर व गांव को बीमार नहीं कर सकें। बताते चलें कि वैज्ञानिकों के अनुसार एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति अपने आसपास के 256 लोगों को बीमार कर सकता है। ऐेसे में प्रदेश में दोबारा संक्रमितों की संख्या नहीं बढ़े इसलिए बाहर से आने वालों की कोरोना जांच करानी जरूरी है। जो लोग जांच में संक्रमित पाए जाएंगे उन्हें आइसोलेशन में रहने की हिदायत देने के साथ कंट्रोल रूम में तैनात डॉक्टरों की टीम उनका ध्यान रखेगी। इसके लिए कंट्रोल रूम को 24 घंटे संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।