आइजीआइएमएस में सामान्य रोगियों का इलाज शुरू होते ही, कैंसर मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोतरी
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस में अब सामान्य मरीजों की उपचार आरंभ हो चुकी है। सर्जरी विभाग में 30-30 एवं मेडिसीन विभागों में 50-50 मरीजों की रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। अब अस्पताल में सबसे अधिक कैंसर विभाग में मरीज पहुंच रहे है।
पटना, जागरण संवाददाता। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (IGIMS) में अब सामान्य मरीजों का इलाज शुरू हो चुका है। सर्जरी विभाग में 30-30 एवं मेडिसीन विभागों में 50-50 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। अब अस्पताल में सबसे अधिक कैंसर विभाग में मरीज पहुंच रहे है। अस्पताल प्रबंधन भी यूरोलाजी, गैस्ट्रोलाजी, किडनी आदि विभागों में भी कैंसर से संबंधित मरीजों के ऑपरेशन पर जोर दे रहे है।
अलग-अलग वार्डों में पहुंच रहे दो सौ मरीज
चिकित्सा अधीक्षक डा. मनीष मंडल ने बताया कि अब अस्पताल में कैंसर मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। रेडिएशन, स्त्री, सर्जरी व कैंसर मेडिसीन में हर दिन लगभग दो सौ मरीज पहुंच रहे है। सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि संबंधित अंगों के कैंसर की आशंका की स्थिति होने पर पूरी पड़ताल करने के बाद आवश्यकता अनुसार दूसरे विभाग की भी मदद ली जाए। सभी मरीजों की बीमारी की पहचान कर जल्द आपरेशन कर उपचार कराने की भी कवायद चल रही है।
आइजीआइएमएस में चार मरीजों की मौत
राजधानी में कोरोना व ब्लैक फंगस के मामलों में कमी आ रही है। पटना में ब्लैक फंगस से चार की मौत हो गई। सभी मौत इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस में हुई है। साथ ही, आईजीआईएमएस में तीन जबकि एम्स में एक नया मरीज भर्ती हुआ। आइजीआइएमएस में मृत चारों फंगस संक्रमित गंभीर रूप बीमार होने के बाद भर्ती कराए गए थे। यहां से तीन फंगस पीड़ित को डिस्चार्ज भी किया गया। अब भर्ती मरीजों की संख्या 105 हाे गई है। वहीं एम्स पटना में शनिवार को एक नया मरीज भर्ती हुआ। एम्स में ईएनटी विभाग की अध्यक्ष डॉ. क्रांति भावना ने बताया कि फंगस वार्ड में अब दो ही मरीज ऐसे भर्ती हैं जिनका ऑपरेशन नहीं हुआ है। शनिवार को ऑपरेशन के सभी बैकलॉग खत्म हो गए। बताया कि अब यादा मरीज सिर्फ दवा का डोज पूरा करने के लिए वार्ड में भर्ती हैं। दवा की आपूर्ति होने के बाद सोमवार को मरीजों को डिस्चार्ज किया जाएगा।