Move to Jagran APP

अब आप जान सकेंगे जानवरों के मिजाज, कहीं वह बीमार तो नहीं..

पटना में देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में शेर, हाथी, गैंडा, चिम्पैंजी आदि को सर्दी जुकाम और बुखार क्यों होता है। उनके मिजाज कैसे है। उन्हें कोई ऐसी बीमारी तो नहीं जो उनके घातक है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Feb 2018 05:03 PM (IST)Updated: Wed, 14 Feb 2018 05:03 PM (IST)
अब आप जान सकेंगे जानवरों के मिजाज, कहीं वह बीमार तो नहीं..
अब आप जान सकेंगे जानवरों के मिजाज, कहीं वह बीमार तो नहीं..

पटना [जेएनएन]। देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में शेर, हाथी, गैंडा, चिम्पैंजी आदि को सर्दी-जुकाम और बुखार क्यों होता है, वे क्यों गुस्सा हो जाते हैं। खाने-पीने का क्यों नहीं करता है मन। उनके मिजाज कैसे है। कोई ऐसी बीमारी तो नहीं जो बार-बार परेशान करती है। ये सारी जानकारिया जल्द ही अब लोगों के सामने आ जाएगी।

loksabha election banner

केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने जियोलॉजिकल इंफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम के तहत स्पेसीज-360 नामक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसमें देश के 32 चिड़ियाघरों में रह रहे प्रमुख वन्य जीवों से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध रहेगी। संजय गाधी जैविक उद्यान के चिकित्सकों को इसका प्रशिक्षण देने केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के क्षेत्रीय संयोजक मोईन अहमद खुद आ रहे हैं। इस प्रशिक्षण शिविर में पूर्वी भारत के चिड़ियाघरों के चिकित्सक भी भाग लेंगे।

ड्राइवर की ट्रेनिंग के लिए कम से कम 10वीं पास होना जरूरी

यह भी पढ़ें

शिविर में सॉफ्टवेयर में सारी जानकारी अपडेट करने की विधि बताई जाएगी। 32 चिड़ियाघरों को इस सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा। किस चिड़ियाघर में वन्य प्राणी की संख्या कितनी है। रहन-सहन, खानपान की विस्तृत जानकारी इसमें उपलब्ध रहेगी। डाटा बैंक का प्रमुख रूप से इस्तेमाल वन्य प्राणियों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए होगा। सभी पशु चिकित्सक इस सॉफ्टवेयर में नई जानकारिया जोड़ते रहेंगे। संजय गाधी जैविक उद्यान में 12-13 फरवरी को आयोजित हो रहे प्रशिक्षण शिविर में पूर्वी भारत के नंदनकानन, दार्जिलिंग, कोलकाता, असम, राउरकेला, राची और टाटा जू के चिकित्सक भाग लेंगे। स्थानीय चिड़ियाघर के चिकित्सक डॉ. समरेंद्र बहादुर सिंह और आरके पाडे भी प्रशिक्षण लेंगे।

पटना जू के कर्मचारियों ने बताया कि डाटा बैंक बनना इस लिहाज से उचित रहेगा कि मानो यहा के सृष्टि नामक जिराफ का जन्म कब हुआ? किस चिड़ियाघर से उसे यहा लाया गया। आने के बाद वह क्यों गुमसुम हो गया, बीमार लगने लगा डॉक्टरों को समझ में नहीं आया था, जब उस जू से जानकारी ली गई जहा से वह यहा आया था और ट्रीटमेंट हिस्ट्री सामने आई तो अब वह चैतन्य है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.