पटना एम्स के डॉक्टरों की तकनीक से दक्षिण अफ्रीका में किया जाएगा इलाज
विशेषज्ञ डॉ. गेरहार्ड ओकर्ट ने कहा कि पटना एम्स की तकनीक विश्व स्तरीय है। इस तकनीक को अफ्रीका तक पहुंचाएंगे।
By Edited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 01:26 AM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 10:28 AM (IST)
पटना, जेएनएन। पटना एम्स में बुधवार को एक दिवसीय कंटीन्यूईग मेडिकल एजुकेशन (सीएमई) का आयोजन किया गया। इसमें दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञ डॉ. गेरहार्ड ओकर्ट शामिल हुए। इससे पूर्व उन्होंने आर्थो विभाग का दौरा किया और विभाग द्वारा लिगामेंट रिपेयर और ज्वाईट रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने वाले अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात की। सीएमई में पटना एम्स के आर्थो विभाग द्वारा लिगामेंट रिपेयर व ज्वाईट रिप्लेसमेंट सर्जरी तकनीक की सराहना करते हुए सीएमई में डॉ. गेरहार्ड ने कहा कि पटना एम्स की तकनीक विश्व स्तरीय है। इस तकनीक को अफ्रीका तक पहुंचाएंगे। पटना एम्स के सर्जरी तकनीक से ही अफ्रीका के अस्पतालों में मरीजों का इलाज शुरू किया जाएगा।
400 मरीजों का अब तक पटना एम्स में लिगामेंट प्रत्यारोपण
एम्स पटना के डॉ. सुदीप कुमार ने बताया कि एम्स पटना में अबतक 400 मरीजों का लिगामेंट प्रत्यारोपण किया जा चुका है। ज्वाईंट रिप्लेसमेंट और लिगामेंट रिपेयर के लिए पटना एम्स के ओपीडी सोमवार व बुधवार को रजिस्ट्रेशन होता है। सीएमई में एम्स पटना के डॉक्टर व साऊथ अफ्रीका के डॉक्टर के बीच अपनाई जा रही तकनीकों की जानकारी का आदान-प्रदान किया। जिससे आने वाले दिनों में दोनों देशों के डॉक्टर और मरीजों को लाभ पहुंचेगा। मौके पर डॉ. अनुप कुमार के साथ फिजियोथेरेपिस्ट, नर्सिग स्टाफ व मेडिकल छात्रों ने हिस्सा लिया। जोड़ के दर्द और लचक की नहीं करें अनदेखी सीएमई में डॉ. सुदीप कुमार ने बताया कि किसी भी जोड़ में दर्द और लचक की अनदेखी करना घातक सिद्ध हो सकता है। इस तरह की शिकायत होने पर फौरन डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है।
400 मरीजों का अब तक पटना एम्स में लिगामेंट प्रत्यारोपण
एम्स पटना के डॉ. सुदीप कुमार ने बताया कि एम्स पटना में अबतक 400 मरीजों का लिगामेंट प्रत्यारोपण किया जा चुका है। ज्वाईंट रिप्लेसमेंट और लिगामेंट रिपेयर के लिए पटना एम्स के ओपीडी सोमवार व बुधवार को रजिस्ट्रेशन होता है। सीएमई में एम्स पटना के डॉक्टर व साऊथ अफ्रीका के डॉक्टर के बीच अपनाई जा रही तकनीकों की जानकारी का आदान-प्रदान किया। जिससे आने वाले दिनों में दोनों देशों के डॉक्टर और मरीजों को लाभ पहुंचेगा। मौके पर डॉ. अनुप कुमार के साथ फिजियोथेरेपिस्ट, नर्सिग स्टाफ व मेडिकल छात्रों ने हिस्सा लिया। जोड़ के दर्द और लचक की नहीं करें अनदेखी सीएमई में डॉ. सुदीप कुमार ने बताया कि किसी भी जोड़ में दर्द और लचक की अनदेखी करना घातक सिद्ध हो सकता है। इस तरह की शिकायत होने पर फौरन डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है।
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