अब सरसों तेल के भाव ने रसोई का बजट बिगाड़ा , हर दिन बढ़ रहा तेल का भाव
सरसों तेल में तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है। मार्च की तुलना में सरसों तेल 40 रुपये प्रति किलो महंगा हो गया है। ब्रांडेड सरसों तेल का भाव 130 से 150 रुपये प्रति किलो पर पहुंचा। इससे भी महंगा बिक रहा मिल का सरसों तेल ।
पटना, जागरण संवाददाता। सरसों तेल की कीमत में तेजी थमने का नाम नहीं ले रही। पटना में अब मिल वाले 165 रुपये प्रति किलो सरसों तेल बेचने लगे हैं। ब्रांडेड सरसों तेल की कीमत 130 रुपये से लेकर 160 रुपये प्रति किलो के बीच चल रही है। सरसों तेल की कीमत में बीते तीन माह से एक से दो रुपये की आए दिन तेजी देखने को मिल रही है। अब हालत यह है कि रसोई घर का बजट बिगडऩे लगा है।
शुद्धता के नाम पर और भी महंगा बेच रहे तेल
पटना में ब्रांडेड के अलावा मिल वाले ग्राहकों के सामने भी सरसों से तेल निकाल कर बेचते हैं। ये ब्रांडेड सरसों तेल से भी थोड़ा महंगा तेल देते हैं। अब ये शुद्धता के नाम पर 165 रुपये प्रति किलो सरसों तेल बेच रहे हैं। कुछ जगहों पर तो मिल वाले 170 रुपये किलो भी सरसों तेल बेच रहे हैं।
तीन माह से लगातार तेजी
बिहार खुदरा विक्रेता संघ के महासचिव रमेश तलरेजा ने कहा कि ब्रांडेड सरसों तेल में भी तीन माह से लगातार तेजी देखने को मिल रही है। सरसों तेल में मिलावट को केंद्र सरकार ने रोक दिया था। इसके बाद से तेजी दिखाई देने लगी। साथ ही कोरोना काल में आवाजाही बाधित होने के बाद भी सरसों तेल के भाव में वृद्धि हुई थी। सरसों तेल इसी साल फरवरी और मार्च माह में 90 से 110 रुपये प्रति किलो बिक रहा था। मार्च के बाद इसके भाव में न्यूनतम 40 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है। यह बहुत अधिक है। अशोक नगर की सुमिता देवी ने कहा कि अगर पांच से छह लोगों का एक छोटा परिवार भी है उसके घर में चार से पांच किलो सरसों तेल की खपत होती है। ऐसे मे मार्च की तुलना में सिर्फ सरसों तेल की वजह से 200 रुपये प्रतिमाह अधिक खर्च करना पड़ रहा है। इससे घरेलू बजट पर असर पड़ रहा है।