एनएमसी में जारी रही पढ़ाई व परीक्षा, हालात सामान्य
नालंदा मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित गर्ल्स हॉस्टल की छत पर चढ़े दो अज्ञात युवकों द्वारा एक मेडिकल छात्रा के साथ की गयी छेड़खानी के बाद मचा बवाल मंगलवार को पूरी तरह से शांत रहा।
पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित गर्ल्स हॉस्टल की छत पर चढ़े दो अज्ञात युवकों द्वारा एक मेडिकल छात्रा के साथ छेड़खानी किए जाने के बाद मचा बवाल मंगलवार को पूरी तरह से शांत रहा। सभी कक्षाएं सामान्य रूप से चलीं। एमबीबीएस फाइनल ईयर और फाइनल ईयर पार्ट वन की परीक्षा जारी रही। कॉलेज में हुई इस तरह की पहली बार हुई घटना को प्राचार्य ने गंभीरता से लेते हुए विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। घंटों चली बैठक में कॉलेज व हॉस्टल की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। बैठक के बाद सभी ने प्राचार्य के नेतृत्व में गर्ल्स हॉस्टल का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया। छात्राओं से बातचीत की। उनकी समस्याओं को सुना।
प्राचार्य ने कॉलेज परिसर तथा आसपास के क्षेत्रों में पुलिस गश्त बढ़ाने के लिए अगमकुआं थानाध्यक्ष को पत्र लिखा। थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि हॉस्टल में हुई घटना को लेकर अभी तक पीड़ित छात्रा, कॉलेज की छात्र-छात्राएं एवं कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है। नालंदा मेडिकल कॉलेज परिसर में मंगलवार को माहौल बिल्कुल शांत रहा। छात्र-छात्राओं ने बताया कि वे क्लास में शामिल हुए। चल रही सैद्धांतिक परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी संजीदा हैं। वह क्लास से लेकर अपने कमरे में पढ़ाई कर रहे हैं। 30 जनवरी को आयोजित होने वाली सरस्वती पूजा समारोह की तैयारियों में विद्यार्थी जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि मांगों को लेकर प्राचार्य द्वारा की जा रही कार्रवाई संतोषजनक है। हॉस्टल परिसर से झाड़ी व गंदगी हटाने तथा बाहर के पेड़ की हॉस्टल की ओर झुकी टहनियों को काटने का काम शुरू हो गया है।
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- सहायक हॉस्टल वार्डन तैनात, एजेंसी से जवाब तलब
प्राचार्य प्रो. डॉ. विजय कुमार गुप्ता के नेतृत्व में कॉलेज में बैठक हुई। इसमें विभागाध्यक्ष डॉ. उमा शंकर प्रसाद, डॉ. रेणु रोहतगी, डॉ. मुक्ति नाथ सिंह, डॉ. संजय कुमार, डॉ. अखौरी पी के सिंहा समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे। बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन फिजियोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. किरण नारायण के अलावा कॉलेज परिसर में रह रहीं पैथोलॉजी विभाग की ट्यूटर निवेदिता को सहायक हॉस्टल वार्डन की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। यह सप्ताह में तीन दिन हॉस्टल का निरीक्षण एवं आंकलन कर आवश्यक कार्रवाई करेंगी। सुरक्षा एजेंसी से पूरे घटनाक्रम के मामले में तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है।
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- दीवार पर लगेंगे कंटीले तार, अलार्म लगेगा
प्राचार्य ने बताया कि गर्ल्स हॉस्टल की सुरक्षा को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए हॉस्टल की दीवार ऊंची की जाएगी। दीवार पर घुमावदार कंटीले तार लगाया जाएगा। गार्ड रूम के समक्ष अलार्म लगेगा ताकि छात्राएं आवश्यकता के समय गार्ड को अलार्म बजा कर बुला सकें। गार्ड रूम के पास, छत और हॉस्टल परिसर में चार सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। चारो ओर लाइट लगायी जाएगी।
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- बिना पहचान-पत्र मेस कर्मियों की इंट्री बंद
गर्ल्स हॉस्टल के मेस में काम करने वाली महिला कर्मियों के लिए पहचान-पत्र बनेगा। प्राचार्य ने कहा कि बिना पहचान-पत्र दिखाए महिला कर्मी भी हॉस्टल में प्रवेश नहीं करेंगी। सुरक्षा एजेंसी को आने-जाने वाले सभी लोगों का रजिस्टर में दर्ज करना होगा। बैठक में कॉलेज परिसर एवं हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विस्तार से बातें होती रहीं।
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- आज जूनियर डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन
गर्ल्स हॉस्टल की छत पर चढ़ कर छात्रा के साथ छेड़खानी करने एवं पिछले दिनों एक पीजी डॉक्टर पर चाकू से जानलेवा हमला किए जाने के विरोध में बुधवार को एनएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रवि रंजन कुमार रमण ने दी। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों पर लगातार हमले हो रहे हैं। कॉलेज एवं अस्पताल प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है।