अब गंदे पानी को गंगा में नहीं बहाया जाएगा, नहर के जरिए सिंचाई कार्यो में किया जाएगा उपयोग
स्टॉर्म वाटर तकनीक को विकसित कर घरों के गंदे पानी को नहरों के जरिए अब सिंचाई करने के काम में लाया जाएगा। अब गंदे पानी को गंगा में नहीं गिराया जाएगा।
पटना [जेएनएन]। राजधानी के स्टॉर्म वाटर से सिंचाई होगी। गंदे पानी को गंगा में नहीं बहाया जाएगा। इसे नहर के माध्यम से सिंचाई कार्यो में उपयोग किया जाएगा। इसके लिए विभाग में स्टॉर्म वाटर टेक्निकल सेल का गठन किया जाएगा। इससे किसानों की समस्याएं दूर होंगी। उक्त बातें नगर विकास सह आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहीं। उन्होंने कहा कि नगर विकास पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राजधानी में लोगों तक शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए वाटर टावर बनाकर आपूर्ति कराई जाएगी। यह लंबी अवधि की परियोजना है। इसके लिए विभाग की ओर से कवायद की जा रही है। शहर के कचरे से बिजली और खाद बनाई जाएगी और श्मशान की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।
पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार में डबल इंजन की सरकार है। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में तेजी से गांव के साथ शहर का विकास हो रहा है। नमामि गंगे कार्यक्रम में तहत एसटीपी का कार्य चल रहा है। जमीन पर विकास कार्य दिख रहा है। उन्होंने कहा कि पथ निर्माण विभाग पटना-गया लाइन सड़क का चौड़ीकरण करेगा। इसके लिए विभाग एक सप्ताह में स्वीकृति देगा। हाईकोर्ट में केस के कारण मीठापुर पुल की एक आर्म नीचे नहीं उतर पा रहरी है। जल्द ही पहल कर केस को जीतकर यहां आरओबी की एक आर्म गिरेगी। मीठापुर से महुली तक फ्लाइओवर बनाने की योजना है। इस पर सरकार तेजी से कार्य कर रही है। पूरे बिहार में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। मेयर सीता साहू ने कहा कि ड्रेनेज के निर्माण से दक्षिणी पटना को लाभ मिलेगा। बीआरजेपी एमडी एक महीने के भीतर जीरो प्वाइंट संप का उद्घाटन करें।