अनदेखी से नहीं, इलाज से ठीक होगी मिर्गी की बीमारी
पटना । मिर्गी पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है। इस बीमारी का समय पर पहचान और सही इल
पटना । मिर्गी पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है। इस बीमारी का समय पर पहचान और सही इलाज होना चाहिए। मिर्गी भी सामान्य बीमारी है, जिसे इलाज से ठीक किया जा सकता है। ये बातें शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में पद्मश्री डॉ. गोपाल प्रसाद सिंहा, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एके अग्रवाल एवं आइजीआइएमएस में न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ.अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से कहीं। कार्यक्रम का आयोजन इंडियन एपिलेप्सी एसोसिएशन की बिहार शाखा एवं आइजीआइएमएस के न्यूरोलॉजी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा।
मिर्गी का लगातार दौरा आना खतरनाक
मौके पर डॉ. गोपाल प्रसाद सिंहा ने कहा कि मिर्गी के मरीजों की हिस्ट्री काफी महत्वपूर्ण होती है। डॉक्टर मरीज की हिस्ट्री पर जितना अधिक ध्यान देंगे, बीमारी का इलाज उतना ही बेहतर होगा। मिर्गी के इलाज में बीमारी की पहचान बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि मिर्गी का लगातार दौरा आना बेहद खतरनाक माना जाता है।
50 मिलियन से अधिक मरीज
आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एके अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में दुनिया में 50 मिलियन से अधिक मिर्गी के मरीज हैं। प्रतिवर्ष 2.6 मिलियन नए मरीजों की पहचान हो रही है। मिर्गी के मरीजों की जितनी जल्दी पहचान होगी, उसका इलाज उतना ही बेहतर होगा।
नई तकनीक पर होगी चर्चा
आइजीआइएमएस के न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि 26 नवंबर को राजधानी में मिर्गी पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। सेमिनार में पीजीआइ चंडीगढ़ के डॉ. धीरज खुराना, एसजीपीजीआइ लखनऊ के डॉ. यूके मिश्रा, दिल्ली के जीबी पंत मेडिकल कॉलेज के डॉ. देवाशीष चौधरी, हैदराबाद के निजाम इंस्टीट्च्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉ. एके मीना एवं गंगा राम हॉस्पिटल के डॉ.अंशु रोहतगी सहित कई डॉक्टरों को सेमिनार में भाग लेने की उम्मीद है। यहां पर मिर्गी के उपचार की नई-नई तकनीक पर चर्चा की जाएगी।