नीतीश कुमार के मॉडल बूथ पर बंदरों का हमला, चार घायल
मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, लेकिन कोई भला बंदरों का क्या करे? हालत यह है कि मतदान में बाधा पहुंचाने पर 'शूट एट साइट' के आदेश से लैस सुरक्षाकर्मी बेबस हो गए हैं। वे कभी बंदर भगा रहे हैं तो कभी खुद भाग रहे हैं।
पटना [अमित आलोक]। मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, लेकिन कोई भला बंदरों का क्या करे? हालत यह है कि मतदान में बाधा पहुंचाने पर 'शूट एट साइट' के आदेश से लैस सुरक्षाकर्मी बेबस हो गए हैं। वे कभी बंदर भगा रहे हैं तो कभी खुद भाग रहे हैं। यह माजरा पटना के बख्तियारपुर स्थित मॉडल बूथ 204 का है। खास बात यह है कि यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बूथ है।
बख्तियारपुर के बूथ 204 पर आज सुबह जैसे ही मतदाताओं की कतार लगी, वहां बसेरा बनाए बंदर आतंकित हो गए। उन्होंने मतदाताओं पर हमला कर दिया। इससे भीड़ में भगदड़ मच गई। लोग गिरते-पड़ते भागे। लोगों की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी भी भागते नजर आए।
घायल होने पर भी किया मतदान
बंदरों ने एक बुजुर्ग महिला आशाश्री गुप्ता को टारगेट कर लिया। वे भागकर एक बेंच पर बैठ गईं। लेकिन, एक बंदर वहां भी पहुंच गया। परिजन किसी तरह उन्हें अस्पताल ले गए। उपचार के बाद वे वोट देने फिर पहुंची, लेकिन उनका मतदाता परिचय पत्र नहीं मिला। बकौल आशाश्री गुप्ता, बंदर उनके परिचय पत्र को दांत में दबाकर भाग गया था। इसके बाद उन्होंने वैकल्पिक पहचान पत्र के आधार पर मतदान किया।
भागते नजर आए सुरक्षाकर्मी
बंदरों ने उक्त महिला सहित एक अन्य मतदाता को काट खाया। उसने दो मीडियाकर्मियों को भी घायल कर दिया। बंदरों को भगाने के क्रम में सुरक्षाकर्मी भी भागते नजर आए।
आक्रोशित ग्रामीणों ने नीतीश के खिलाफ की नारेबाजी
मॉडल बूथ पर इस बदइंमतजी को देखकर ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। ग्रामीणों के अनुसार, बंदर वहां पहले भी लोगों पर हमले कर चुके थे। इसलिए, इस खतरे को लेकर एहतियाती कदम उठाए जाने चाहिए थे। आक्रोशित ग्रामीणों ने नीतीश कुमार के वोट डालने आने पर वहां उनके खिलाफ भी नारेबाजी की।
काफी देर मची रही अफरा-तफरी
बंदरों से निबटने के लिए वन विभाग व फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया। इस अफरा-तफरी में मतदान काफी देर तक बाधित रहा।