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नीतीश ने संभाली JDU की कमान, संघमुक्त भारत के लिए सबकाे करेंगे एकजुट

पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई। बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से पार्टी की कमान सौंपी गई। निवर्तमान अध्यक्ष शरद यादव ने उनके नाम के अनुमोदन का प्रस्ताव रखा, जिसपर सबने अपनी सहमति दी।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 23 Apr 2016 11:54 AM (IST)Updated: Sun, 24 Apr 2016 10:07 AM (IST)
नीतीश ने संभाली JDU की कमान, संघमुक्त भारत के लिए सबकाे करेंगे एकजुट

पटना। राजधानी के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान सौंप दी गई। निवर्तमान अध्यक्ष शरद यादव ने उनके नाम के अनुमोदन का प्रस्ताव रखा, जिसपर सबने अपनी सहमति दी। इसके बाद नीतीश कुमार विधिवत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए।

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बैठक में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गठित केंद्र सरकार को 2019 में पराजित करने के उद्देश्य से नीतीश कुमार को गैर-भाजपा दलों को एकजुट करने के लिए अधिकृत कर दिया गया। नीतीश कुमार के संघमुक्त भारत के नारे को देशव्यापी अभियान का स्वरूप देने का भी फैसला हुआ।

पढ़ें : JDU का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गैर भाजपा विकल्प की रेस में आगे बढ़े नीतीश

एकजुट हुए तो नहीं गलेगी भाजपा की दाल

नीतीश कुमार ने कहा कि जिस तरह बिहार में हम एकजुट हुए, उसी प्रकार देश में एकजुट हो जाएंगे तो भाजपा की दाल नहीं गलने देंगे। 2019 में भाजपा सरकार की विदाई तय हो जाएगी। संघ की जिस प्रकार की राजनीति है, वह समाज को तोडऩे वाली है।

समाज को बांटने के हो रहे प्रयास

नीतीश ने कहा, 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अनेक वादे किए। बाद में भाजपा अध्यक्ष ने कह दिया कि ये तो महज जुमले थे। देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। लव-जिहाद, राष्ट्रवाद, गो-मांस जैसे मुद्दे उठाकर समाज को बांटने के प्रयास हो रहे हैं।

करेंगे एकजुटता की कोशिश

नीतीश बोले, मैंने संघमुक्त भारत का नारा दिया तो कह रहे हैं कि आपको नेता कौन मानेगा? हम नेतृत्व का दावा कहां कर रहे हैं? हम तो सभी को एकजुट कर रहे हैं। यह गुनाह है क्या? हम एकजुटता के लिए कैटेलिस्ट का काम करेंगे। मर्जर, एलायंस, तालमेल जो भी संभव हो, हमें एकजुट होने का प्रयास करना है।

सिद्धांतों से समझौता नहीं

नीतीश ने कहा कि हम अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं कर सकते हैं। नेतृत्व को लेकर भाजपा के जो नए लक्षण दिखने लगे थे, उसी से हमारा मतभेद शुरू हो गया था। इसीलिए 2013 में अपने सिद्घांतों को लेकर हम भाजपा से अलग हो गए। मुझे तभी लगने लगा था कि बिहार में भाजपा का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।

नहीं तोड़ी मर्यादा, दिया काम पर ध्यान

नीतीश ने कहा कि जब वे भाजपा से गठबंधन तोड़ अलग हुए तो लोगों ने न जाने क्या-क्या कहा। न जाने कितने आरोप लगाए गए, डीएनए तक को ही खराब कहा गया। लेकिन, हमने कभी अपनी मर्यादा नहीं छोड़ी। कभी गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। इन बातों की अनसुनी कर अपने काम पर ध्यान दिया और आज नतीजा सबके सामने है।

बिहार में नहीं चली भाजपा की हवाबाजी

नीतीश ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जमकर पैसा बहाया। बाहर से लोग यहां प्रचार करने आते थे। यहां के लोगों को दरकिनार कर दिया गया। लोगों ने सारे उपक्रम किए, लेकिन बिहार की जनता ने दिखा दिया कि यहां हवाबाजी नहीं चलेगी ।

पैरों तले खिसक गई जमीन

नीतीश बोले, यहां तो लोगों ने मतगणना के पहले ही अपनी जीत घोषित कर दी थी। जश्न मनाना शुरू कर दिया था। लेकिन, जब परिणाम सामने आए तो उन लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई।

लालू की हर बात का निकालते गलत मतलब

वे बोले, लोगों ने कहा कि महागठबंधन की सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी। आज परिणाम सामने है कहां गिर गई सरकार? लालू जी कुछ बोलते हैं तो तरह-तरह के मतलब निकाले जाते हैं, नहीं बोलते हैं तब भी मतलब निकालते हैं। लालू जब मेरे लिए कुछ अच्छा कहते हैं तो ये लोग बोलते हैं लालू कांग्रेस को चिढ़ा रहे हैं।

पूरे देेश में लागू करेंगे शराबबंदी

नीतीश ने कहा कि शराबबंदी की बात सबसे पहले यहीं श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल के एक कोने से उठी थी। एक महिला ने कहा कि शराबबंदी करा दीजिए। शराब को लेकर पीड़ा झेल रही महिलाओं की दर्द भरी दास्तान सुनकर ही यह पहल शुऱु हुई और आज यह एक मुहिम बन गई है।

कहा कि शराबबंदी को जनता का जबर्दस्त समर्थन मिला, खासकर महिलाओं और बच्चों ने खुशी जाहिर की। इस फैसले को दूसरे राज्यों ने भी अपनी सहमति दी है। अब इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाएंगे और पूरे देश में शराबबंदी लागू कराएंगे। नीतीश ने कहा कि शराबबंदी की मुहिम को लेकर अब सभी राज्यों मे जाएंगे। बिहार के बाद शराबबंदी की मुहिम झारखंड से शुरू करेंगे, फिर 15 मई को उत्तर प्रदेश जाएंगे।

शरद बोले, हाथ में लेनी है दिल्ली

पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार दिल्ली हाथ में लेनी है। राष्ट्रव्यापी अभियान का खाका 15 दिनों के अंदर तैयार कर लिया जाएगा।

शरद यादव ने कहा कि देश में फिर नए सिरे से चुनौतियां सामने आई हैं। हमारी पार्टी देश में नंबर दो थी। मोरारजी देसाई, वीपी सिंह, देवगौड़ा, गुजराल और चंद्रशेखर की सरकारों में हम शामिल रहे। दिल्ली को पकड़ा मगर दिल्ली हाथ से छूट गई। इस बार हमें दिल्ली हाथ में लेना है। झूठों को बेनकाब करना है। बैठक को संबोधित करते हुए शरद यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा लोग हमारी पार्टी पर सवाल उठा रहे हैं। विपक्ष के लोगों से हमारी लोकप्रियता देखी नहीं जा रही है।

कहा कि आर्थिक और सामाजिक विषमता के खिलाफ जदयू अभियान चलाएगा। आज लोग बाबा साहेब का भजन गा रहे हैं। दलितों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि जाति व्यवस्था पर जो बयानबाजी की जा रही है, केंद्र सरकार को उसके खिलाफ बिल लाना चाहिए।

राष्ट्रीय रणनीति का बना प्रस्ताव बैठक में नीतीश कुमार को राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज सौंपने के शरद यादव ने भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय रणनीति बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसका झारखंड, मणिपुर, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के अध्यक्षों ने समर्थन किया। इसके बाद बीजेपी के खिलाफ साझा मंच बनाने के लिए नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया।

अध्यक्ष बनने पर व्यक्त किया आभार

अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश कुमार ने शरद यादव का अभिवादन किया और कहा कि जब शरद यादव जी को पहली बार अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित किया गया था, जब हम सबको बहुत हर्ष हुआ था। आज यह कार्यभार मुझे सौंपा गया है, इसके लिए मैं सबका आभारी हूं।

सभी ने नीतीश को दी बधाई बैठक को एक-एक कर सभी सदस्यों ने संबोधित किया। सबों ने नीतीश कुमार को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर बधाई दी।

केसी त्यागी ने पेश किया राजनीतिक प्रस्ताव

पार्टी के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी द्वारा पेश राजनीतिक प्रस्ताव का सभी ने हाथ उठाकर समर्थन किया जिसमें यह भी कहा गया है कि संघमुक्त भारत का समय आ गया है। सांप्रदायिक, बहुसंख्यकवादी और बंटवारे की विचारधारा वाले संघ ने भारत के लोगों को ठगा है।

रजा ने दिया धन्यवाद प्रस्ताव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जावेद रजा ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया।


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