हरियाली अभियान पर बोले नीतीश- नई पीढ़ी जागरूक होगी तो हो सकेगी धरती की रक्षा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। कहा कि गांधी जयंती पर जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत होगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। गांधी जयंती पर दो अक्टूबर से पूरे प्रदेश में जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत होगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं नगर निकाय में इससे संबंधित कम से कम एक काम जरूर शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री राजधानी के मगध महिला काॅलेज में छात्रावास के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। शुरुआत में छात्राओं द्वारा पर्यावरण गीत की प्रस्तुति की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति सतर्कता बहुत जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण से संबंधित छोटी सी फिल्म बनाकर सभी कालेजों में छात्र-छात्राओं को दिखाई जाएगी। इससे पर्यावरण के प्रति उनमें सजगता आएगी और वे दूसरे लोगों को भी प्रेरित कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के लिए सबसे सहयोग मांगा और कहा कि हमलोग काम में लगे हुए हैं। छात्राओं से सहयोग की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हर घर नल का जल पीने के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। छात्राएं अपने घर में एवं आसपास लोगों को समझाएं-बताएं और प्रेरित करें। नई पीढ़ी अगर जागरूक होगी तो धरती की रक्षा हो सकेगी।
जल-जीवन-हरियाली को दायरे को विस्तृत बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुओं-तालाबों के जीर्णोद्धार के साथ चापाकल भी ठीक कराए जाएंगे। भूजल स्तर में सुधार के लिए सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का काम किया जाएगा। गंगा के पानी को गया तक पहुंचाने के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर घर बिजली पहुंचाने के बाद अब सौर ऊर्जा के लिए काम किया जा रहा है। सभी सरकारी भवनों में सोलर प्लेट लगाए जाएंगे। शुरुआत मुख्यमंत्री आवास से की गई है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत मगध महिला कॉलेज की प्राचार्य प्रो. शशि शर्मा ने अंगवस्त्र, प्रतीक चिह्न एवं फूल का पौधा भेंटकर किया। इस दौरान कालेज की न्यूज बुलेटिन मीमांसा का विमोचन किया गया। कालेज की छात्राओं ने कुल गीत, स्वागत गान एवं पर्यावरण गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रास बिहारी सिंह एवं कॉलेज की प्राचार्या प्रो. शशि शर्मा ने भी संबोधित किया। मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन, राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना के प्रबंध निदेशक संजय सिंह, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. रेखा कुमारी, साइंस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. केसी सिन्हा, पटना विश्वविद्यालय के कुल सचिव कर्नल मनोज मिश्र, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, चंद्रशेखर सिंह, कुमार रवि, गरिमा मलिक समेत कई लोग मौजूद थे।