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    बिहार में दुग्ध क्रांति के लिए नीतीश का निर्देश, कहा- समितियां बढ़ाएं, रोजगार और आमदनी के अवसर पैदा करें

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 03:40 PM (IST)

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फुलवारीशरीफ में पटना डेयरी प्रोजेक्ट (सुधा) का निरीक्षण किया। उन्होंने दुग्ध उत्पादन समितियों का विस्तार करने और अधिक लोगों ...और पढ़ें

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    नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को फुलवारीशरीफ स्थित पटना डेयरी प्रोजेक्ट (सुधा) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि दुग्ध उत्पादन समितियों का विस्तार करें। अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ें। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और लोगों की आमदनी बढ़ेगी। 

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    निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रोडक्शन हाल, आइसक्रीम प्लांट, दही कोल्ड रूम सहित विभिन्न इकाइयों काे देखा और उत्पाद के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।

    अधिकारियों के साथ बैठक 

    मुख्यमंत्री ने यहां अधिकारियों के साथ बैठक भी की। बैठक में कॉम्फेड के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक ने कॉम्फेड के कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। इस दौरान एक वीडियो फिल्म भी दिखायी गयी। 

    शीर्षत कपिल अशोक ने कॉम्फेड के विजन, अगले पांच वर्ष की योजना, दुग्ध संघ, दुग्ध समिति, प्रोक्यूरमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर, न्यू प्रोडक्ट लांच आदि की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभी कुल कार्यरत ग्रामस्तरीय दुग्ध सहकारी समितियों की संख्या 21 हजार से भी अधिक है जिससे लगभग 7.5 लाख पशुपालक जुड़े हुए हैं जिसमें लगभग 1.9 लाख (25%) महिलाएं हैं। 

    ये समितियां प्रतिदिन औसतन 22 लाख किलोग्राम दूध का संकलन करती है तथा अधिकतम संकलन लगभग 30 लाख किलोग्राम प्रतिदिन तक पहुंच जाती है। संकलित दूध के प्रसंस्करण की भी पूर्ण व्यवस्था उपलब्ध है। वर्तमान में कॉम्फेड की कुल प्रसंस्करण क्षमता 54 लाख लीटर प्रतिदिन है।

    कृषि रोडमैप का मिल रहा फायदा

    मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि रोड मैप के लागू होने से फसल का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ी है साथ ही राज्य में दूध का उत्पादन भी बढ़ा है। इससे किसानों और दुग्ध उत्पादकों को काफी फायदा हो रहा है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि डेयरी प्लांट का और विस्तार करें। 

    उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन समितियों का और विस्तार करें, अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें, जिससे उनकी आमदनी बढ़ेगी साथ ही रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। बिहार में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिये कार्य करें साथ ही प्रोसेसिंग की क्षमता का भी विस्तार करें। 

    प्रोक्यूरमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर का और विस्तार करें। उन्होंने कहा कि यहां काम करने वाले लोगों के आवासन की भी व्यवस्था करें ताकि वे अच्छे से काम कर सकें। 

    हमलोगों ने किसानों की समृद्धि और ग्रामीण विकास के लिये कई कदम उठाये हैं। कॉम्फेड के माध्यम से किसानों को दुग्ध का बेहतर मूल्य प्रदान किया जा रहा है।

    ये रहे मौजूद

    निरीक्षण के दौरान पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव सह कॉम्फेड की अध्यक्ष डा. एन. विजयलक्ष्मी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी डा. गोपाल सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डा. चन्द्रशेखर सिंह, कॉम्फेड के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक, पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, पटना डेयरी प्रोजेक्ट के प्रबंध निदेशक रूपेश राज सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।