Move to Jagran APP

बिहार: निपाह वायरस अलर्ट, अभी नीरा या ताड़ी का सेवन ना करें

निपाह वायरस का खतरा देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। अभी नीरा औऱ ताड़ी का सेवन ना करें। इसके लक्षण और बचाव के बारे में जानिए इस रिपोर्ट में....

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 04 Jun 2018 04:39 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jun 2018 11:09 PM (IST)
बिहार: निपाह वायरस अलर्ट, अभी नीरा या ताड़ी का सेवन ना करें
बिहार: निपाह वायरस अलर्ट, अभी नीरा या ताड़ी का सेवन ना करें

गोपालगंज [जेएनएन]। अगर आप ताड़ तथा खजूर का रस, ताड़ी या नीरा पीने के शौकीन हैं तो फिलहाल इसका सेवन बंद कर दें। इसके साथ ही अगर सब्जियों पर जानवरों के खाने से कटे का निशान हो तो उसे भी मत खरीदें। केरल में निपाह वायरस से दस लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने निपाह वायरस को लेकर एडवायजरी जारी करते हुए लोगों को यह सलाह दी है।

loksabha election banner

सोमवार को सिविल सर्जन सह अध्यक्ष जिला सर्वेक्षण कमिटी डॉ.एके चौधरी ने निपाह वायरस को लेकर एडवायजरी जारी करते हुए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को इस एडवायजरी पर विशेष रूप से ध्यान देने का निर्देश दिया है। जारी किए गए एडवायजरी में निपाह वायरस फैलने के कारण तथा उससे बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।

इस संबंध में सीएस ने बताया कि निपाह वायरस ने केरल में दस्तक दे दिया है। यह वायरस बहुत खतरनाक है। उन्होंने बताया कि चमगादड़ और सूअर जैसे जानवर इस वायरस के वाहक हैं। संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क में आने या इनके संपर्क में आई वस्तुओं का सेवन करने से निपाह वायरस का संक्रमण होता है।

निपाह वायरस से संक्रमित इंसान भी संक्रमण को आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि निपाह वायरस के संक्रमण लाइलाज है।  ऐसे में इसके प्रति जागरूक होकर ही इससे बचाव किया जा सकता है। 

निपाह वायरस के प्रमुख लक्षण 

: अचानक बुखार आना, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, मानसिक भ्रम का होना।

: उल्टी होने जैसा महसूस होना अथवा उल्टी आना।

: निपाह वायरस मस्तिष्क ज्वर से भी जुड़ता है। इसमें मस्तिष्क में सूजन हो सकता है।

: निपाह वायरस से ग्रसित मरीज 24 से 48 घंटे में कोमा में भी जा सकता है।

बचाव के उपाय 

: चमगादड़ों वाले इलाकों में अत्यधिक सावधानी बरतें।

: सूअर या सूअरों के संपर्क में रहने वाले  लोगों से दूर रहें।

: गिरे हुए अथवा जानवरों के जूठे फल खाने से बचें।

: केरल से आने वाले फलों को अच्छी तरह से धोकर खाएं।

: केले, आम व खजूर को लेकर विशेष सतर्क रहें।

: प्रकोप कम होने तक ताड़ व खजूर के रस, ताड़ी, नीरा का सेवन न करें।

: सब्जियों पर जानवरों के काटने का निशान हो तो उसे खरीदने से बचें।

- अच्छी तरह से पका हुआ, साफ सुथरा घर का बना हुआ खाना खाएं।

- अत्यधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करें, चेहरे पर मास्क लगाकर सफर करें।

- व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें, दिन में कई बार अच्छी तरह से साबुन से हाथ धोएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.