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MakeSmallStrong: 9 to 9 सुपर मार्केट को मिल रहा खरीदारों का समर्थन, फैल रही सौंदर्य प्रसाधन की खुशबू

कोरोना काल के समय कॉस्मेटिक उत्पादों को बेचने की स्वीकृति नहीं थी। साथ ही डिमांड भी नहीं थी। इसके बाद केंद्र सरकार की नीतियों के कारण कोरोना काल में भी पैसे का प्रवाह कम नहीं हुआ। नाइन टू नाइन सुपर मार्केट को खरीदारों का पूरा समर्थन मिल रहा है।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 12:30 AM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 12:30 AM (IST)
MakeSmallStrong: 9 to 9 सुपर मार्केट को मिल रहा खरीदारों का समर्थन, फैल रही सौंदर्य प्रसाधन की खुशबू
बिहार की राजधानी पटना स्थित नाइन टू नाइन शो रूम। जागरण आर्काइव।

जेएनएन, पटना : कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में सौंदर्य प्रसाधन का कारोबार ठप हो गया था। हमारे नाइन टू नाइन सुपर मार्केट का यह एक प्रमुख सेक्टर है। उस समय कॉस्मेटिक उत्पादों को बेचने की स्वीकृति भी नहीं थी। साथ ही डिमांड भी नहीं थी। इस तरह से कारोबार शून्य पर चला गया। इसके बाद लॉकडाउन से छूट भी मिली। कई सेक्टर खोले गए, कास्मेटिक भी खुला। इसके बावजूद ग्राहकी कम थी। सुरक्षात्मक उपाय किए गए, तकनीक का इस्तेमाल किया गया। इससे कारोबार की शुरुआत हुई। सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों के खरीदार लौटने लगे। बहुत हद तक कारोबार पटरी पर लौट आया है। उम्मीद है कि त्योहारों के साथ ही कारोबार कोरोना पूर्व की तरह होने लगेेगा। यह मानना है नाइन टू नाइन के मुख्य वित्तीय अधिकारी अनिल कुमार सिंह का। 

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कोरोना से अछूता रहा नाइन टू नाइन, शुरुआत रही धीमी 

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से नाइन टू नाइन पूरी तरह से अछूता रहा। यहां हैंड सैनिटाइजर, मास्क, आरोग्य सेतु एप, थर्मल गन सहित सभी तरह के सुरक्षात्मक उपाय किए गए। इस वजह से हमारे किसी स्टॉफ को कोरोना नहीं हुआ। लॉकडाउन से छूट मिलने के बाद शुरुआत धीमी रही। अनिल कुमार सिंह ने कहा कि छूट मिलने के बाद भी महिलाएं बाजार मेंं खरीदारी करने के लिए कम निकल रहीं थीं। साथ ही लोग जरूरत का सामान ही खरीद रहे थे। ऐसे में सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों की बिक्री में तीव्र उछाल तो नहीं आ सका लेकिन लगभग 20 फीसद तक कारोबार कवर हो गया। हमारे पास लॉरियाल ब्रांड भी है। वहां भी खपत कम रही। 

बढ़ा कारोबार के साथ-साथ उत्साह भी

बाद के दिनों में सुरक्षात्मक उपाय को देखकर खरीदार बढ़े। ग्राहकों को महसूस हुआ कि उनके घर की तरह ही नाइन टू नाइन को सुरक्षित रखा गया है। शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है। आपूर्ति चेन मामूली रूप से गड़बड़ थी, जिसे हमने दुरुस्त किया। इससे ग्राहकों का भरोसा बढ़ा और कारोबार भी पटरी पर लौटने लगा। 

नाइन टू नाइन पूर्व से ही डिजिटल की चल रहा राह 

नाइन टू नाइन पूर्व से ही डिजिटल की राह चलता रहा है। इसे और मजबूत किया गया। इसके लिए हमने कई प्रयोग किए और कार्य में आशातीत सफलता मिली।  वाट्सएप ग्रुप बनाकर, ऑनलाइन को बढ़ावा देकर, होम डिलीवरी देकर, एचडीएफसी बैंक के साथ मिलकर अपना एप विकसित कर हमने डिजिटल कारोबार शुरू किया। इससे भी कॉस्मेटिक सेगमेंट में ग्राहकी बढ़ी। 

त्योहारों से बढ़ी उम्मीद 

आगे त्योहार हैं, लगन भी शुरू होगा। जानकारी देते हुए अनिल कुमार सिंह ने कहा कि अभी सामान्य सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों की बिक्री अच्छी हो रही है। इसमें फाउंडेशन, लिपिस्टिक, स्नो, पाउडर, नेलपॉलिस, फेस पैक, फेस वॉश जैसे उत्पाद हैं। लेकिन त्योहार और लगन शुरू होते ही कीमती और लक्जरी सौंदर्य प्रसाधन उत्पाद भी बिकने लगेंगे। इसमें लीप लाइनर, आइ लाइनर, आइ लैसेस, आइब्रो पेंसिल सहित अन्य लक्जरी उत्पाद आते हैं। इससे कारोबार की रौनक बढ़ेगी। उम्मीद है कि कोरोना पूर्व की तरह से कारोबार होने लगेगा। 

सरकार की नीतियों का भी मिला फायदा 

अनिल कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण कोरोना काल में भी पैसे का प्रवाह कम नहीं हुआ, यह एक अच्छी बात रही । यह हमलोगों के लिये एक बड़ी बात है। इन सबसे एक सकारात्मक माहौल बना है जिससे सीधे बाजार को फायदा हुआ  है। अगर लोगों के पास पैसा है तो वे खरीदारी करेंगे ही।

विपरीत परिस्थिति में कई सामाजिक कार्य भी हुए 

कोरोना काल को और इससे प्रभावित लोगों को ध्यान में रखते हुए राहत देने के लिए हमारे संस्थान की ओर से उस विषम परिस्थिति में सामाजिक कार्य भी किए गए। जरूरतमंद लोगों को प्रशासन के साथ मिलकर फूड पैकेट का वितरण किया गया। इसके लिए जरूरतमंदों को हर तरह से मदद देने की कोशिश की गई। 

कठिन परिश्रम से ही मिलती है सफलता

अनिल कुमार सिंह ने कहा कि किसी कार्य को करने में शुरुआत थोड़ी कठिन जरूर लगती है पर मंजिल मिलने के बाद जो खुशी मिलती है उसके जैसा सुख कहीं और नहीं। परिश्रम से ही सफलता मिलती है। इसके साथ ही कारगर रणनीति भी होनी चाहिए। भागलपुर से स्नातक करने के बाद मैंने खुद पर भरोसा जताया। नाइन टू नाइन का फाउंडर सदस्य होने का सौभाग्य भी मिला। संघर्ष किया और आज मैं संतुष्ट हूं। भटकाव की राह कभी नहीं चला। कारोबार को और आगे ले जाने के लिए मेरी कोशिश लगातार जारी रहेगी।


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